Chandigarh Kare Aashiqui Review in Hindi

आयुष्मान खुराना शुरू से ही कुछ अलग किस्म की फिल्में करने के लिए जाने जाते हैं | वो हमेशा कुछ अलग लेकर दर्शकों के सामने आये हैं बेशक आप ड्रीम गर्ल देख लो या अंधाधुन। 

आयुष्मान ने हमेशा ही दर्शकों को अपनी एक्टिंग से हैरान किया है। दिसंबर 10 को आयुष्मान खुराना अपनी एक और फिल्म को दर्शकों के लिए लेकर आये हैं जिसका नाम है चंडीगढ़ करे आशिकी। इस फिल्म के डायरेक्टर हैं अभिषेक कपूर और इस फिल्म में आयुष्मान के साथ हमे वाणी कपूर भी नज़र आएंगी। 

Chandigarh Kare Aashiqui Review in Hindi
Chandigarh Kare Aashiqui Review in Hindi

तो देर किस बात की, अगर इस वीकेंड पर आप ये फिल्म देखने जा रहे हैं तो उससे पहले आप हमारे ये रिव्यु जरूर पढ़ें। उसके बाद फैसला लें के आपको ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं। 

चंडीगढ़ करे आशिकी फिल्म की कहानी Chandigarh Kare Aashiqui Story in Hindi

आयुष्मान खुराना यानि मनु चंडीगढ़ में एक जिम इंस्ट्रक्टर हैं और बॉडीबिल्डिंग का शोक रखते हैं। वो ज़िंदगी में कुछ बनना चाहते हैं और कामयाब होने के लिए दिन रात मेहनत करता हैं।

जिम को लेकर वो बहुत स्ट्रिक्ट भी है। पर कहानी में मज़ा तब आता है जब वाणी कपूर यानि मानवी मनु की जिम और जिंदगी में दाखिल होती है। वाणी कपूर ज़ुम्बा ट्रेनर हैं और वो भी फिटनेस के ऊपर खास ध्यान देती है। 

मनु की जिंदगी मानवी के आने से पलट जाती है और वो कब मानवी से प्यार करने लग जाता है उसे पता भी नहीं चलता। 

मानवी का बीता समय कुछ ठीक नहीं रहा पर वो फिर भी सब कुछ भुला कर मनु से प्यार करने लग जाती है। फिल्म देखने में हमे दूसरी आम लव स्टोरी जैसी फिल्मों जैसी लगती है पर ये असल में उनसे काफी अलग है।

मानवी के बीते हुए समय के बारे में जब मनु को पता चलता है तो कहानी में नया मोड़ आता है। अब देखने वाली बात ये हैं के क्या मनु मानवी को स्वीकार कर पायेगा या क्या वो उससे अभी भी इतना प्यार कर पायेगा जितना वो कहानी के शुरू में करता था। 

कैसी है फिल्म  Chandigarh Kare Aashiqui Review in Hindi

ओवरआल फिल्म की बात करे तो फिल्म आपको पसंद आएगी। आयुष्मान खुराना ने इस बार भी दिमाग से स्क्रिप्ट को चुना है और खास बात ये है के उस स्क्रिप्ट पर मेहनत की है। 

आयुष्मान ने जिस तरह से इस फिल्म के लिए बॉडी बनाई है वो तारीफ के काबिल है।  आयुष्मान का जिम ट्रेनर वाला लुक देखकर आप भी उससे पर्सनल क्लासेज लेना चाहेंगे। फिल्म में वाणी कपूर ने भी अच्छी एक्टिंग की है।

रॉक ऑन, फितूर, कई पो छे जैसी फ़िल्में बनाने वाले अभिषेक कपूर ने इस फिल्म को बनाया है और उन्होंने इस बार भी दर्शकों को निराश नहीं किया। 

अजब गज़ब रिव्यु 

फिल्म आपको शुरू से लेकर अंत तक बंधे रखती है।  फिल्म की कहानी धीरे धीरे आगे बढ़ती रहती है और डायरेक्टर ने फिल्म में फालतू का मसाला या ड्रामा नहीं डाला। डायरेक्टर ने फिल्म के हर सीन में मुद्दे की बात ही कही है।

फिल्म की ओवरआल लुक अच्छी है फिल्म देखने में आँखों को सुकून देती है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी अच्छी है। फिल्म में चरित्र निर्माण बहुत अच्छे से किया है और फिल्म में छोटे छोटे जोक्स होने की वजह से फिल्म बोरिंग नहीं लगती।  

हल्की फुलकी ये फिल्म हमे एक भरी भरकम सन्देश दे देती है। फिल्म का मनोरंजक होना बहुत जरूरी है नहीं तो दर्शक उसे पसंद नहीं करते और इस फिल्म में मनोरंजन का खास ध्यान रखा है।

फिल्म का नाम चंडीगढ़ करे आशिकी होने से फिल्म में चंडीगढ़ और पंजाब का दिखना तो लाज़मी है। ओवरस्मार्ट लड़के लड़कियां, लस्सी, ओपन जीप, चंडीगढ़ मार्किट, लड़कों का लड़कियों के पीछे गेड़ी लगाना, ये सब इतनी खूबसूरती से दिखाया गया है के आप फिल्म से सीधा जुड़ जायेंगे आपको कुछ भी नाटकीय नहीं लगेगा बल्कि आप फिल्म देखते हुए कहेंगे के सच में चंडीगढ़ ऐसा ही होता है।

पंजाबी किरदार तो हमने बाकि फिल्मों में भी देखे हैं पर इस फिल्म में पंजाबी किरदार स्टेरिओ टाइप न हो जाएँ इसका भी ध्यान रखा है। आयुष्मान ने जिस तरह चंडीगढ़ के एक जिम ट्रेनर का ऐटिटूड पकड़ा है और जिस तरह से वो उस किरदार में घुसे हैं किसी और एक्टर के लिए वो कर पाना मुश्किल होता।

सीरियस सीन में वाणी कपूर ने भी अपनी एक्टिंग को दिखाया है और साबित किया है के वो नए दौर की एक अच्छी एक्टर हैं। 

फिल्म का संगीत बहुत अच्छा है। 

आप ये फिल्म देखें या न 

इंटरनेट पर कुछ लोग इसे आयुष्मान की अब तक की सबसे खराब फिल्म बता रहे हैं और कुछ इस फिल्म की तारीफ करते नहीं थक रहे। अगर आप इंटरनेट पर रिव्यु पढ़ कर कंफ्यूज हो गए हैं तो हम आपकी कन्फूसिन दूर करेंगे। 

इस वीकेंड अगर आप फ्री है और अपनी प्रेमिका या पत्नी के साथ अच्छा समय बिताना चाहते हैं और ऑफिस की टेंशन को दूर करना चाहते हैं तो टिकट बुक कराएं और ये फिल्म जरूर देखें। ये फिल्म One Time Watch फिल्म है। एक संदेश तो देगी पर ये फिल्म आपको बोर नहीं करेगी। 

थोड़ा थोड़ा हसने और समाज के बारे में कुछ संदेश लेने के लिए ये फिल्म देख सकते हैं।

Rahul Sharma

हमारा नाम है राहुल,अपने सुना ही होगा। रहने वाले हैं पटियाला के। नाजायज़ व्हट्सऐप्प शेयर करने की उम्र में, कलम और कीबोर्ड से खेल रहे हैं। लिखने पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है, शौक़ सिर्फ़ कलाकारी का रहा है, जिसे हम समय-समय पर व्यंग्य, आर्टिकल, बायोग्राफीज़ इत्यादि के ज़रिए पूरा कर लेते हैं | हमारी प्रेरणा आरक्षित नहीं है। कोई भी सजीव निर्जीव हमें प्रेरित कर सकती है। जीवन में यही सुख है के दिमाग काबू में है और साँसे चल रही है, बाकी आज कल का ज़माना तो पता ही है |

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