अमीर हो या गरीब, बचपन में हर किसी की Dream सवारी जो होती है, वह साइकिल ही होती है। हर बच्चे की ख्वाहिश होती है कि वह साइकिल जल्द से जल्द चलाएं। लेकिन क्या आप जानते हैं साइकिल का आविष्कार किसने किया था और सबसे पहले बनाई गयी साइकिल लकड़ी की थी |
नहीं ना | तो चलिए आपको बताते हैं साइकिल का इतिहास |
वैसे तो अब साइकिल का चलन कुछ कम हुआ है। मगर अब भी यह चलन से बाहर नहीं है और उम्मीद भी नहीं है कि आने वाले समय में भी साइकिल इतनी जल्दी चलन से बाहर होगा |
क्योंकि बदलते समय के साथ लोगों का रुझान एक बार फिर से साइकिल की ओर बढ़ना शुरू हुआ है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि साइकिल को eco friendly माना जाता है।
पिछले कई दशकों से इंसानों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका साइकिल आखिर अस्तित्व में कैसे आया और इसे बनाने का आईडिया सबसे पहले किसे आया था आइये जानते हैं |
साइकिल का आविष्कार किसने किया
दोस्तों, वैसे तो European देशों में Cycle के प्रयोग का विचार लोगों के दिमाग में 18th century में ही आ गया था। लेकिन लोगों के दिमाग से निकालकर इसे असल जिंदगी में Paris के एक कारीगर द्वारा 1816 में लाया गया।

लेकिन आज हम जैसी साइकिल की रूपरेखा देखते हैं, शुरुआती दौर में साइकिल आज की रूपरेखा से काफी अलग थी या फिर ये कहे कि जैसे – जैसे समय आगे बढ़ा, साइकिल को भी एक नया रूप मिलता गया।
अगर कहा जाए कि एक मुकम्मल साइकिल का निर्माण टुकड़ों में हुआ है यानी इससे जुड़ी चीजों की खोज समय के साथ होती गई और साइकिल आधुनिक होता गया, तो गलत नहीं होगा।
1817 के बारे में कहा कहा जाता है की ये वो समय था जब एक German inventor Baron Karl Von Drais ने साइकिल के design को तैयार किया था और 1818 में इस design को बनवाया गया।
इस तरह से अगर आप पूछे की साइकिल का आविष्कार किसने किया तो उसका श्रेय जर्मनी के Karl Von Drais को जाता है |
लकड़ी की बनी इस साइकिल को Draisine नाम दिया गया। इस साइकिल को hobby – horse और dandy horse के नाम से भी जाना जाता था।

उस समय इस की speed 15 किलोमीटर प्रति घंटा थी। ये साइकिल इतना मशहूर हो चुका था कि इस तरह के साइकिल का निर्माण जर्मनी के अलावा फ्रांस में भी होने लगा था
लेकिन बहुत जल्द ही ये Draisine साइकिल चलन से बाहर हो गया क्योंकि इस साइकिल को लोगों को अपने पैरों से धकेलना पड़ता था जो कि बहुत मेहनत का काम था और लोग बहुत जल्दी थक जाते थे।
पैडल के प्रयोग से प्रसिद्ध हुई साइकिल
लेकिन फिर वो दिन भी आया जब इस मेहनत को खत्म करने के लिए आविष्कार किया गया pedal का |
Pedal का आविष्कार सन् 1839 में Scotland के एक लुहार Kirkpatrick Macmillan ने किया। वो Macmillan ही थे जिन्होंने पहिये को पैरों से चला सकने लायक बनाया।

Macmillan द्वारा पेडल की खोज के पीछे की कहानी ये है कि जब उन्होंने लोगों को पैर से धक्के मार कर साइकिल चलाते हुए देखा तो इनके दिमाग में ख्याल आया कि इस तरह साइकिल चलाना बहुत भारी काम है।
इसलिए किसी तरह इसे आसान बनाया जाए ताकि साइकिल बनाने का उद्देश्य सफल हो सके। इसके बाद ये दिन रात साइकिल के सफर को आसान बनाने के जुगाड़ में लग गए और फाइनली उन्हें कामयाबी भी मिल गई और इन्होंने साइकिल में पैडल के इस्तेमाल का जुगाड़ सेट कर लिया।
Macmillan द्वारा किए गए pedal के की खोज साइकिल के लिए क्रांतिकारी साबित हुई क्योंकि पैडल लगने के बाद साइकिल चलाना लोगों के लिए काफी आसान हो गया। अब लोग साइकिल को बिना ज्यादा थके लंबी दूरी तक चला सकते थे। हालांकि तब पैडल को अगले चक्के से जोड़ा गया था।
वैसे यहां एक और बात बता दें कि जब पैडल की खोज हुई थी तब भी साइकिल लकड़ी के ही बनते थे मगर तब पैडल लोहे के ही बनाए गए थे। साइकिल में पैडल लगाने के अलावा मैकमिलन ने साइकिल में कई और तरह के बदलाव किए ताकि साइकिल की सवारी को और शानदार बनाया जा सके।
इस चक्कर में उन्होंने साइकिल में कई अन्य दूसरी चीजें भी लगा दी जिससे साइकिल जरूरत से ज्यादा वजनी होने लगा। इसके बावजूद इस साइकिल को लोगों ने खूब पसंद किया और काफी समय तक ये साइकिल चलन में रहा।
दो पहिए वाली साइकिल का आविष्कार किसने किया
वैसे जब दो पहिया वाले साइकिल लकड़ी के ही सही, मार्केट में आ चुके थे | तभी Dover के रहने वाले एक carpenter Willard Sawyer ने एक चार पहियों वाली साइकिल का निर्माण किया था।
इसे ऐसा इसलिए बनाया गया था ताकि लोगों को इसे चलाने में आसानी हो। लेकिन उस वक्त इस आविष्कार पर किसी ने ध्यान नहीं दिया और वक्त के साथ – साथ ये आविष्कार भी कही इतिहास के पन्नो में दफन हो गया।
जैसे – जैसे समय बीतता गया वैसे – वैसे साइकिल में भी नए आविष्कार देखने को मिलें। लकड़ी के फ्रेम वाला साइकिल एक समय बाद पुरी तरह से Metal में बदल गया था।
इसके साथ – साथ इसमें rubber के tires का भी इस्तेमाल होने लगा। Rubbers के tires के कारण साइकिल की सवारी और ज्यादा मजेदार हो गई थी।
वैसे जब साइकिल को लकड़ी से बदलकर मेटल में ढाल दिया गया और इसके चक्के में रबर टायर का इस्तेमाल होने लगा तब उस समय साइकिल का पहला पहिया आगे से काफी बड़ा और पीछे का पहिया काफी छोटा था।
ऐसे साइकल ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा और ये साइकिल America में काफी ज्यादा famous हुई थी।
1870 से 1880 के बीच famous हुई इस साइकिल को Penny Farthing का नाम दिया गया। लेकिन ये साइकिल जितनी शानदार थी उतनी ही खतरनाक भी थी।
क्योंकि एक पहिया जरूरत से ज्यादा बड़ा होने के कारण इसे चलाने में थोड़ी मुश्किल आती थी और इसमें दुर्घटना होने की ज्यादा संभावना थी।
आधुनिक साइकिल का निर्माण किसने किया
लेकिन एक वक्त वो भी आया जब एक ऐसी साइकिल का आविष्कार किया गया जो हर तरह से लोगों के चलाने के लिए safe थी। यानी की हम ये कह सकते हैं कि इस साइकिल को हर तरह की कमी को दूर करते हुए बनाया गया। और इसका निर्माण हुआ 1885 में।
John Kemp Starley द्वारा बनाई गई इस साइकिल को Rover bicycle के नाम से जाना गया। यही साइकल आज के साइकिल के लिए प्रेरणास्रोत बना।

इस साइकिल की खास बात ये थी कि पहले कि तरह इसमें pedal आगे के tires में नहीं बल्कि पीछे के tires में जोड़े गए थे। लेकिन इस आविष्कार के बाद भी साइकिल का विकास रुका नहीं बल्कि और तेजी से बढ़ता ही गया।
इस तरह से अगर आप पूछे की आधुनिक साइकिल का निर्माण किसने किया था तो उसका श्रेय अमेरिका के इन्वेंटर और इंडस्ट्रियलिस्ट John Kemp Starley को जाता है |
ये भी पढ़ें: अमेरिका में उद्योग क्रांति के जनक हेनरी फोर्ड की कहानी
औरतों और बच्चों के साइकिल का निर्माण
1890 ये वो समय था जब औरतों और लड़कियों के लिए भी साइकिल का आविष्कार किया गया। इस साइकिल को इस तरह से बनाया गया था कि उस पर सवार होने वाली औरतों को उस पर चढ़ने में दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
जाहिर है कि उनके dresses और skirts इस तरीके के होते थे कि साइकिल में कपड़ों के फंसने का डर बना रहता था। वही 1920 में बच्चों के लिए भी साइकिल बनाने का काम शुरु कर दिया गया था।
1960 में साइकिल इतनी लोकप्रिय हो गई कि इसका प्रयोग racing में भी किया जाने लगा। आपको जानकर हैरानी होगी की उस वक्त साइकिल का चलन इतना महत्वपूर्ण हो गया था कि second World War में भी इसका प्रयोग किया गया था।
दरअसल, Paratrooper युद्ध के दौरान सैनिकों को यात्रा में आसानी के लिए साइकिल का प्रयोग किया गया। और यही कारण था कि 1939 तक 41 साइकिल कंपनियों का निर्माण करवाया गया और आज दुनिया भर में ऐसी कई कंपनियां हैं।
समय पहले का हो या आज का साइकिल में बदलाव आज भी जारी हैं। किसी वक्त पर pedal से चलने वाली साइकिलों में अब gear का इस्तेमाल होने लगा हैं। यही नहीं, जैसे – जैसे दुनिया digital होती जा रही है, वैसे – वैसे हमें साइकिल में भी digital विकास देखने को मिला हैं। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि आने वाले समय में साइकिल के रंग रूप में और भी बदलाव हो सकते हैं।
आशा करते हैं कि आपको पता चल गया होगा कि साइकिल का निर्माण कब और किसने किया | साइकिल का इस्तेमाल विश्व युद्ध तक में हुआ | साइकिल दुनिया को प्रदूषण से छुटकारा दिलाने में बहुत कारगर साबित हो सकती है |
आपने पहली बार साइकिल लगभग किस उम्र में चलाई थी, कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और आज आप साइकिल का इस्तेमाल करते हैं या नहीं वह भी कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
धन्यवाद