साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है फिर भी आज भी इस दुनिया में बहुत से ऐसे रहस्य है जिनका पता वैज्ञानिक अभी भी नहीं लगा पाए है | वैसे तो इन्सान इस दुनिया की सबसे महान उत्पत्ति है पर इस दुनिया के बाहर भी कोई दुनिया है जिसकी खोज जिसके रहस्यों का पता लगाना इन्सान के दिमाग से परे है |
ऐसा इसलिए है क्यूंकि इन्सान अपने दिमाग का 20% ही इस्तेमाल कर पाता है शायद इसलिए बहुत से रहस्य अभी तक अनसुलझे हैं | दोस्तों इससे पहले हम दुनिया की सबसे डरावनी जगह और भारत के 10 सबसे भूतिया स्थानों के बारे में भी आपको बता चुके हैं | जिसे आप लोगों ने बहुत पसंद किया | आइये आज जानते हैं दुनिया के 10 सबसे रहस्यमई और डरावनी जगहों के बारे में |
दुनिया के रहस्यमयी स्थान – World’s Most Mysterious Places in Hindi
10. हम्बरस्टोन एंड लनोरिआ, चिली – Humberstone and LaNoria, Chile

चिली के रेगिस्तान में दो कस्बे सालो से सुनसान पड़े हैं | सन 1872 में ये कस्बे तब सामने आये जब एक कंपनी यहाँ नाइट्रेट की खोज कर रही थी | इस कंपनी से लोगो को बड़ा ही फायदा हो रहा था | धीरे धीरे बिज़नस खत्म होने लगा और 1970 तक ये कस्बे सुनसान हो गये |
आसपास के कस्बो के लोग इन दो कस्बो में जाने से डरते हैं उनका कहना है की इनमे रात के समय भुत अपनी कब्रों में से निकलकर घूमते हैं | LaNoria शहर में तो लोगो की कबरे भी खुली पड़ी हैं | लोगो का मानना है की ये वो भुत ही हैं जो अपनी कब्रों में से निकलकर घूमते हैं |
जबकि ये कुछ मानव अंगो को चुराने वालो का काम भी हो सकता है | कहानियो के अनुसार जो लोग यहाँ पहले रहते थे उन्होंने इन कस्बो को अभी तक नहीं छोड़ा और आज भी उनकी आवाजे यहाँ सुनाई देती है | आज भी बच्चो के खेलने की आवजे इन जगहों पर सुनाई दे जाती हैं |
कहते है जब ये लोग इन कस्बो में रहते थे तो इन्हें गुलामो की तरह रखा जाता था और इनसे बहुत ज्यादा काम लिया जाता था | लोगो का मानना है की इसी वजह से वो लोग आज भी इन जगहों पर भुत बनकर घूमते हैं | कहते है जो लोग इन कस्बो में जाते हैं वो कभी सही सलामत वापिस नहीं आते |
9. ओवरटोन ब्रिज, स्कॉटलैंड – Overtoun Bridge, Scotland

ओवरटॉन ब्रिज दुनिया के रहस्यमयी स्थान में से एक है लेकिन स्कॉटलैंड का ये ब्रिज इंसानों से ज्यादा कुत्तो के लिए खतरनाक है | स्कॉटलैंड के इस ब्रिज को बहुत से लोग “ब्रिज ऑफ़ डेथ” भी कहते हैं क्यूंकि पिछले 50 सालो में लगभग 50 कुत्तो ने इस ब्रिज से नीचे छलांग लगा दी |
इसमें आश्चर्य की बात ये भी है की सभी कुत्तो ने एक ही जगह से छलांग लगाई | बहुत से कुत्ते जो एक छलांग में बच गये उन्होंने दुबारा उसी जगह से फिर से छलांग लगाने का प्रयास किया | ये एक रहस्य ही है की ऐसी कौन सी ताक़त है जो इन कुत्तो को इस जगह से छलांग लगाने के लिए मजबूर कर रही है |
इस खतरनाक जगह का शिकार सिर्फ कुत्ते ही नहीं रहे बल्कि आदमी भी रहे हैं | सन 1994 में इस जगह से केविन नाम के एक शख्स ने अपने छोटे बच्चे को नीचे फैंक दिया था जिसकी गिरते ही मौत हो गयी थी | बाद में उस आदमी ने अपनी कलाई को काटने का भी प्रयास किया था |
जब केविन से पूछा गया की उसने ये अपराध क्यूँ किया तो उसने बताया की उस ब्रिज ने उसे ऐसा करने पर मजबूर किया |
बहुत से लोगो का मानना है इस जगह पर एक ऐसी आवाज आती है जिसे सिर्फ कुत्ते ही सुन सकते हैं और वो इस आवाज की और आकर्षित होते हैं क्यूंकि इस जगह से गिरने वाले कुत्तो में ज्यादातर लम्बी नाक वाले कुत्ते जैसे collies और Labradors आदि थे | अब इस ब्रिज के पास एक बोर्ड लगा दिया गया है जिसपे लिखा है “Dangerous bridge – अपने कुत्तो को संभाल कर रखे” |
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8. द बरमूडा ट्राइंगल, अटलांटिक ओसियन – The Bermuda Triangle, Atlantic Ocean

बरमूडा ट्रेंगल एक प्रकार का त्रिकोणीय स्थान है जिसे डेविल ट्रेंगल भी कहते हैं जो की अटलांटिक ओसियन में 50,000 वर्ग मील में मिआमि, बरमूडा और सन जुआन तक फैला हुआ है | ये स्थान आपको नक्शे पर दिखाई नहीं देगा और आपको पता नहीं चलेगा की कब अपने इसमें प्रवेश कर लिया |
इस त्रिकोण में दर्जनों समुंदरी जहाज और हवाई जहाज गायब हो चुके हैं | बहुत से लेखको का मानना है ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि इस क्षेत्र में मैग्नेटिक फील्ड बहुत स्ट्रोंग है जो कंपास को प्रभावित करती है जबकि बहुत से लेखक मानते हैं की इस क्षेत्र में मीथेन गैस अधिक निकलती है जिसके कारण से समुंदरी जहाज पानी में डूब जाते हैं हालाँकि पिछले 15000 सालो से ऐसा कुछ भी प्रमाणित नहीं हुआ है |
इसके अलावा बहुत से लोग इन सबसे आगे जाकर इसे ऐसी प्रजाति का काम मानते है जो समुंदर के नीचे या ब्रह्माण्ड में है | सन 1975 में आई एक किताब “The Bermuda Triangle Mystery-Solved” में लेखक ने इस विषय पर पूरी जाँच की और पाया की बहुत से एक्सीडेंट्स जिन्हें स्ट्रेंज और एब्नार्मल कहा जा रहा है वो वास्तव में सामान्य हैं | लेकिन हर साल लगभग 20 समुंदरी और 4 हवाई जहाजो का गायब होना एक रहस्य ही है |
7. मोगुइचंग, चीन – Moguicheng, China

चीन के रेगिस्तान में Xinjiang शहर में एक सुनसान जगह का नाम Moguicheng है | इस जगह के नाम का मतलब ही शैतान का शहर है इसलिए इसे डेविल्स टाउन भी कहा जाता है | ये एक बड़ा ही सुनसान इलाका है आसपास के लोगो का मानना है की यहाँ बुरी शक्तियों का वास है |
इस जगह का निर्माण गर्म और तेज हवाओं के कारण हुआ है | इन तेज हवाओं ने इस जगह के पत्थरों का आकार भी राक्षसों जैसा कर दिया है | इस जगह पर घुमने वाले लोगो को अक्सर यहाँ घंटियों की आवाजे, शेर के दहाड़ने की आवाजे, छोटे बच्चे के रोने और औरतो के चिल्लाने की आवाजे सुनाई देती है | लोगो का मानना है कोई नहीं बता सका की ये आवाजे कहाँ से आती हैं |
6. स्केलेटन लेक, भारत – Skeleton Lake, India

सन 1942 में भारत के उतराखंड के रूप्खंड में एक अनोखी झील मिली | समुदर तल से 16000 फूट नीचे एक छोटी सी घाटी में जब बर्फ पिघलने लगी तो इसमें से निकालने वाले 200 मानव कंकालो को देखकर सब सहम गये | इन मानव कंकालो को सबसे पहले एक ब्रिटिश फारेस्ट गार्ड ने देखा |
लोगो का मानना था की ये उन जापानी सैनिको के नर कंकाल थे जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उस रस्ते से गुजर रहे होंगे | लेकिन बाद में वैज्ञानिको ने पाया ये नरकंकाल 850 इसवी के हैं जो वहां पर रहने वाले आस पास के लोगो के हैं | बहुत से लोगो का मानना है की वहां के लोगो ने अन्धविश्वास के कारण आत्म हत्या की | जबकि वैज्ञानिको के अनुसार उन सबकी मौत उनके सर पर बर्फ गिरने के कारण हुई होगी | आज भी गर्मियों में बर्फ पिघलने पर उन नरकंकालो को देखा जा सकता है |
5. लेक अंजिकुनि, नुनावट कनाडा – Lake Anjikuni, Nunavut Canada

क्या किसी गाँव के सभी लोग अविश्वसनीय तरीके से बिना कोई निशान छोड़े गायब हो सकते हैं | हाँ हो सकते हैं क्यूंकि ऐसा ही एक वाकया 1930 में कनाडा में हुआ था | इस गाँव में अक्सर जाने वाला एक व्यक्ति जोए सन 1930 में एक दिन जब इस गाँव में गया तो उसे वहां कोई भी नहीं मिला |
जब उसने सभी घरो को देखा तो उसने पाया की खाना, लोगो के कपडे अपनी जगहों पर हैं और उनकी बंदूके भी वहीँ पर पड़ी हैं | ना ही उसने बर्फ पर उनके वहां से जाने के कोई निशान देखे | तब उसने तुरंत पास की किसी जगह से पुलिस को वहां बुलाया | पुलिस ने पुरे गाँव में लोगो को ढूंडा लेकिन जो पुलिस को मिला वो डराने वाला था गाँव के कब्रिस्तान में सारी कब्रे खाली थी |
उससे थोड़ी दुरी पर कुछ कुत्ते बर्फ में दबे हुए मिले | बहुत से लोगो का मानना था की जोए उस जगह पर पहले कभी नहीं गया था | जबकि बहुत से लोग इसे किसी परग्रह के लोगो का काम मानते हैं जो उन लोगो को अपने साथ ले गये | लेकिन एक पूरा गाँव अपना जरूरी सामान और बंदूके छोड़कर किस तरह से गायब हो सकता था इस सवाल का सही जवाब आज तक कोई भी नहीं दे पाया |
4. डेथ वैली, कैलिफ़ोर्निया अमेरिका – Death Valley, California U.S.

कैलिफ़ोर्निया के डेथ वेली में अपने आप फिसलने वाले पत्थर 70 सालो से साइंटिस्ट्स को परेशान किये हुए थे | उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि किस तरह डेथ वेली नेशनल पार्क के रेसट्रैक पलाया में पत्थर अपने आप फिसल रहे थे | प्लाया एक सुखी नदी के तल को कहते हैं |
ये पत्थर अपने आप इस तल पर चल रहे थे और साथ में अपने पीछे निशान छोड़ते जा रहे थे | बहुत से पत्थर समान्तर चलते थे और कुछ तो बड़े ही तीखे मोड़ लेते हुए चलते थे | लेकिन साइंटिस्ट्स को समझ नहीं आ रहा था की 300 किलो वजन तक के ये पत्थर अपने आप कैसे चल सकते हैं |
आश्चर्य की बात ये भी थी कि उन पत्थर ओ के साथ किसी और इन्सान या जानवर के पैरो के निशान कभी नहीं पाए गया | साइंटिस्ट्स के लिए वहां रह कर उन पत्थर ओ के चलने के रहस्य का पता लगाना मुश्किल था क्यूंकि पत्थर 10-10 साल तक बिना हिले भी पड़े रहते थे |
इसलिए इसका पता लगाने के लिए साइंटिस्ट्स ने वहां 15 जीपीएस लगे हुए पत्थर रखे | उनके इस एक्सपेरिमेंट के बाद उन्हें पता चला की पत्थर का चलना बहुत से क्रियाओं के होने के कारण होता है |
जैसे की सबसे पहले प्लाया पानी से भर जाता था जिससे पत्थर इस पर तेरने लगते थे और रात के समय ठण्ड बढ़ने से इस पर बर्फ की शीट बन जाती है जो की आसनी से चल सकती है | जब धुप निकलने पर बर्फ पिगलती है तो ये हवा के बहाव से पत्थर ओ को अपने आप चला देती है | इस तरह से डेथ वेल्ली के इस रहस्य को सोल्व किया गया |
3. डोर टू हेल, तुर्कमेनिस्तान – Door To Hell, Turkmenistan

तुर्कमेनिस्तान के दर्वेज़ गाँव में ये एक 230 फूट चौड़ा आग का कुआँ है | कैसा हो जब आप कभी जमीन खोद रहे हो और एक गलती से आप एक ऐसा आग का दरवाजा खोल दे जो कभी बंद न हो सके | ऐसा ही हुआ था इस गाँव में |
सन 1971 में सोवियत के कुछ वैज्ञानिको ने प्राकर्तिक गैस की तलाश में इस गाँव में जमीन खोदने का काम शुरू किया था | लेकिन अचानक वहां से मीथेन गैस का रिसाव होने लगा तब वैज्ञानिको ने सोचा की वहां आग लगाने से कुछ ही देर में गैस खत्म हो जाएगी लेकिन आज 45 सालो के बाद भी वहां की आग नहीं बुझ पाई है |
आग के ये विशाल कुआँ आज हजारो लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र बन हुआ है | वहां की सरकार ने इसे बंद करने का प्रयास किया लेकिन नहीं कर पाई आज भी वहां पर आग वैसे ही जल रही है इसलिए इसे नरक का दरवाज़ा भी कहा जाने लगा है |
2. एरिया 51, अमेरिका – Area 51, U.S

यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका के नेवाडा में ये जगह हमेशा से ही एक रहस्यमई जगह रही है | इस जगह के बारे में एलियंस और UFO’s की कहानिया बड़ी मशहूर हैं | एरिया 51 का नाम लिए बिना सारी एलियंस और UFO’s की कहानिया अधूरी सी हैं |
एरिया 51 दुनिया के सबसे सीक्रेट जगहों में से एक है और हम ये सोच सकते हैं अमेरिका जैसा देश सबसे पहले एलियंस के बारे में जानना चाहता होगा | एरिया 51 US का सबसे टॉप सीक्रेट एयरक्राफ्ट डेवलपमेंट सेंटर है जहाँ सीक्रेट वेपन्स, टाइम ट्रेवल और weather कण्ट्रोल जैसे विषयों पर रिसर्च होती है और जहाँ अमेरिका के सबसे ख़ुफ़िया हवाई जहाजो का निर्माण किया जाता है |
कुछ लोगो के अनुसार सन 1947 में एरिया 51 के नजदीक Roswell, New Mexico में एलियंस का एक एयरक्राफ्ट क्रेश हो गया था जिसे बाद में जाँच के लिए एरिया 51 ले जाया गया था जो की MEN in Black की कहानियों से मिलता है |
इसके साथ ही लोगो का ये भी कहना है कि साइंटिस्ट्स ने एलियंस से मिलने का प्लान भी बनाया था | अमेरिका की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने भी इलेक्शन से पहले अपने एक बयान में कहा था की हम एरिया 51 की फाइल्स को पब्लिक कर लोगो को बताएँगे की वहां ऐसा कुछ नहीं है | इससे हम अंदाजा लगा सकते हैं की एरिया 51 अभी तक कितना बड़ा रहस्य है |
1. ओकिगाहरा फारेस्ट, जापान – Aokigahara Forest, Japan

जापान का ओकिगाहरा फारेस्ट अपनी सुन्दरता के कारण दुनिया भर के टूरिस्ट को अपनी और आकर्षित करता है | 13.5 वर्ग मील में फैला ये जंगल इतना घना है कि इसे पेड़ो का समुंदर भी कहते है | लेकिन सुन्दरता के साथ साथ ये जंगल पूरी दुनिया का सबसे प्रशिध सुसाइड लोकेशन भी है इसे जापान का सुसाइड फारेस्ट भी कहते हैं | 2016 में रिलीज़ हुई फिल्म “The Forest” इसी जंगल पर बनी है |
जापान में दुनिया में सबसे ज्यादा मौते होती आ रही है इन मौतों के पीछे दुसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान के कुछ योद्धाओ का आत्महत्या करने का इतिहास जिम्मेदार है | माना जाता है इस जंगल में सबसे पहले एक बौध साधू ने सुसाइड किया और बाद में उनके फोलोवर्स ने भी सुसाइड कर लिया | बहुत से लोग इस जंगल में होने वाले सुसाइड के पीछे किसी रूहानी ताक़त को मानते हैं |
लोगो का मानना है कि जो लोग मरने की सोच लेते हैं उन्हें कोई शक्ति इस जंगल में अपनी और खींचने लगती है | क्यूंकि जिन लोगो को इस जंगल से बचा लिया गया उनका यही कहना था कि कोई शक्ति उन्हें खींच रही थी |
बहुत से लोगो ने इस जंगल में आत्माओ को अपने आस पास महसूस किया है | सन 1970 के बाद से जापानी सरकार हर साल इस जंगल की छान बीन करती है ताकि मरे हुए लोगो की लाशो को ढूँढा जा सके | हर साल मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है और लगभग 70 से 100 लाशे हर साल मिलती थी | इस जंगल में जगह जगह sign बोर्ड लगे हुए हैं जिन पर लिखा है
“Your life is a precious gift from your parents”
“Think about your children, about your family”
“Please consult the police before you decide to die!”
इस जंगल में ज्यादातर मौते फांसी लगाने या ड्रग के ओवरडोज़ से होती रही हैं | सरकार की कोशिशो का भी लोगो पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा |
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