तोता है सबसे समझदार पक्षी Facts about Parrot in Hindi

बिल्ली और कुत्ता दुनिया में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला पालतू जानवर है | लेकिन क्या आपको पता है सबसे ज्यादा पाया जाने वाला पालतू पक्षी कौन सा है ? वो है तोता। तोता एक बेहद खूबसूरत पक्षी है जो हर जगह आसानी से मिल और दिख जाता है। शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसने तोते की कहानियां न सुनी हो। तोता बहुत समय पहले से ही हमारे समाज और मिथिहास का हिस्सा रहा है। इसीलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं Facts about Parrot in Hindi

तोते के बारे में 5 रोचक तथ्य 5 Amazing Facts About Parrot in Hindi

Facts about Parrot in Hindi
Facts about Parrot in Hindi

आपको जान कर ये हैरानी होगी के पूरी दुनिया मे तोते की सैंकड़ों प्रजातियां हैं और तोता एक ऐसा पक्षी है जो इंसानी आवाज को हु ब हु निकल सकता है। 

हर कोई इस प्यार पक्षी को आपने पिंजरे मे कैद करके रखना चाहता है और कई लोग ऐसा करते भी हैं। पर क्या ऐसा करना सही है ?

आप तोते के बारे में कितना जानते हैं ? अगर नहीं जानते तो हम आपके लिए लेकर आये हैं तोते से जुड़े ऐसे फैक्ट्स जो शायद आपको हैरत मे डाल देंगे। 

तोता है बहुत दिमाग वाला 

तोता बाकि पक्षियों के मुकाबले बहुत तेज़ दिमाग वाला है। शायद आपको ये जान कर हैरानी होगी के पूरी दुनिया मे तोते की लगभग 393 प्रजातियां है और ज्यादातर तोते हरे रंग के होते हैं।  

तोते के अंदर कमाल का दिमाग होता है ये खाने के लिए आपने पंजों का इस्तेमाल करते हैं जैसे इंसान आपने हाथों का करते हैं। तोते इंसानो के सबसे नज़दीक होते हैं और ज्यादातर इंसान तोते को पिंजरे मे कैद करके रखते हैं।

तोते के अंदर सीखने की शक्ति बहुत तीव्र होती है और इसी शक्ति के इस्तेमाल से तोता कुछ भी बहुत जल्दी सीख जाता है खास कर इंसानों के जैसे बात करना। शायद ये पूरी दुनिया का एक मात्र ऐसा पक्षी है जो बिलकुल इंसानों जैसे बोल सकता है और बात कर सकता है। 

कुछ वैज्ञानिक मानते हैं के एक तोते की समझ शक्ति किसी 4 साल के इंसानी बच्चे जितनी होती है। इंसानों जैसे बोलने के इलावा तोता शून्य को समझता है और थोड़ा हिसाब भी लगा सकता है। 

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भारतीय सभ्यता मे तोता

हमारे देश की सभ्यता मे तोता नया नंही है। तोते को हम हज़ारों सालों से अलग अलग देवताओं के साथ देखते आये हैं। कामदेव जो एक हिन्दू देवता है, और उसे काम के देवता की तरह देखा जाता है, तोता कामदेव के वाहन के रूप मे जाना जाता है। तोते के ऊपर बैठे कामदेव के चित्र हमे देखने को मिल जाते हैं। 

दक्षिण भारत की मशहूर देवी मीनाक्षी जिसे देवी पार्वती का रूप मन जाता है उसके हाथ मे भी तोता देखा जा सकता है और इसके साथ साथ हिन्दू धर्म मे तंत्र विद्या की देवी मातुंगा के साथ भी तोता देखा जा सकता है। 

तोता केवल पुराणों मे ही नहीं बल्कि आज के समय के ज्योतिष के पास भी देखा जाता है। अक्सर मंदिरों के आगे, सड़क के किनारे हमे कोई न कोई ज्योतिष पंडित तोते के साथ भविष्य बताने का दावा करता नज़र आ जाता है। 

ये तो बात थी हिंदी माइथोलॉजी की। तोता आज भी हिन्दू समाज मे एक अहम् हिस्सा है। बहुत सारे रिवाजों में किसी न किसी रूप मे तोते का इस्तेमाल होता है। कई जगहों पर शादी होने के बाद दुलहन को सोने या चांदी का तोता दिया जाता है। कई जगहों पर शादी के मंडप पर तोते की नकल के मिट्टी के खिलौने बना कर सजावट की जाती है। 

तोते नहीं किसी से कम 

तोता सच मे एक रहस्य्मयी पक्षी है। आपको ये जान कर यकीन नहीं होगा के तोते ने बहुत सारे अवार्ड्स जीते हैं और अपना नाम गिनिस बुक ऑफ़ रिकार्ड्स मे भी दर्ज़ करवाया है। 

एक सामान्य तोता 25 से 50 या 60 साल तक जीवित रह सकता है पर कुकी नाम के एक तोते की 2016 मे मृत्यु हो गयी थी और ये तोता 82 वर्ष का था।  सबसे अधिक उम्र का तोता होने की वजह से इसका नाम गिनीज़ बुक मे दर्ज़ किया गया था। 

हाँ ये बात सही है के तोता बहुत कुछ सीख सकता है पर पुक नाम का एक तोता दुनिया का सबसे पढ़ा लिखा तोता था जिसने 1750 से भी ज्यादा शब्दों को सीखा था और 1995 मे इसका नाम गिनीज़ बुक मे दर्ज़ किया था जो आज तक कायम है। 

जो तोते हमे रोज़ दिखाई देते हैं, हमारे आस पास उड़ते रहते हैं उनका ज्यादातर वजन 150 ग्राम से 1 kg  तक हो सकता है पर काकापो प्रजाति का तोता इतना भरी होता है के वो दूसरे तोते के जैसे उड़ नहीं सकता। एक काकापो तोते का वजन एक हट्टी कट्टी बिल्ली जितना हो सकता है।

ग्रे पैरेट नाम की प्रजाति अफ्रीका मे पायी जाती है इसकी खासियत ये है के इस प्रजाति के तोते किसी 5 साल के बच्चे जैसे बोल सकते हैं। 

Alex नाम का तोता दुनिया का एकमात्र ऐसा तोता है जिसने कोई सवाल पूछा और वो भी किसी से सुन कर नहीं बल्कि खुद से। 

Alex ने पूछा 

What Color he was 

Alex का दिमाग इतना तेज़ है के वो 35 तरह के आकर, 7 रंग पहचान सकता है।  

तोते का दिमाग जितना तेज़ है उतना ही तेज़ उसका शरीर भी है। मन जाता है के तोता एक Tiger के बराबर तेज़ उड़ सकता है।

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स्वभाव के होते हैं अलग

तोते दूसरे किसी पक्षी जैसे नहीं होते। ये स्वाभाव में दूसरों से बिलकुल अलग होते हैं। तोते समाज में रहना पसंद करते है और इसी लिए वो हमेशा झुण्ड में रहते हैं। झुण्ड में रहने के बावजूद भी ये आपस में बहुत कम लड़ते झगड़ते हैं। तोते हमेशा अपनी पसंद से खाते हैं। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो तोते को बीमार कर सकते हैं या उनकी जान खतरे में दाल सकते हैं जैसे सेब के बीज, चॉकलेट। 

तोते अपने साथी के प्रति वफादार होते हैं। एक तोता हमेशा एक ही साथी के साथ रहता है जैसा हम इंसानों में होता है।  इंसानों की तरह तोते भी अपने बच्चो के नाम रखते हैं और ये नाम पूरी उम्र तक रहते हैं। 

घरेलू और सामाजिक स्वाभाव का होने के बावजूद भी तोते कभी अपना घर नहीं बनाते। तोते अपना घोंसला नहीं बनाते बल्कि ये पेड़ के अंदर बने सुराख़, किसी दीमक के घर को अपना घरोंदा बनाते हैं। 

तोतों का स्वाभाव काफी हद तक इंसानों जैसा होता है। ऑस्ट्रेलिया में तोतों को लेकर एक अजीब घटना घटती है। एक खास समय में तोते ऑस्ट्रेलिया में फ़ेर्मिनट हुए फल खाते हैं। जिसे ड्रंकन पैरट सीज़न कहा जाता है। खास बात ये है के फर्मेन्टेड फल खाने के बाद तोतों को नशा हो जाता है। 

हम इंसान कोई भी संगीत सुनकर उसे एन्जॉय करना शुरू कर देते हैं। अगर सगीत हमारी पसंद का हो तो हमारे पैर खुद ब खुद थिरकने लगते हैं। तोते भी स्वभाव में कुछ ऐसे ही होते हैं। ये संगीत को पहचानते हैं और आप कोई गीत बजने पर किसी तोते को एन्जॉय करता आसानी से देख सकते हैं। 

हम इंसानों के अंदर हर समय जानकारी हासिल करने की लालसा रहती है। हम हर समय जिज्ञासु रहते हैं और ऐसा तोतों के साथ भी होता है। Keas Parrot नाम का तोता स्वभाव में ऐसा ही होता है। ये बहुत जिज्ञासु किस्म के होते हैं और जो भी चीज इन्हे पसंद आती है या जिसके बारे में ये जानना चाहते है ये उसके आस पास मंडराते रहते हैं। 

तोते की तस्करी 

आपको ये जान कर हैरानी होगी के हमारे देश में तोते की तस्करी भी होती है। हमारे देश के कई राज्यों में पहाड़ी तोतों की बहुत मांग रहती है। ये एक खास किस्म के तोते होते है जो हिमाचल, उत्तरखंड और नेपाल की पहाड़ियों में पाए जाते हैं। ये तोते आम तोतों से ज्यादा समझदार होते हैं और ये बोलना जल्दी सीखते हैं।

हम आपको बता दें के हर साल पहाड़ी तोते की लाखों की तस्करी होती है। ज्यादातर तोते नेपाल से आते हैं और एक पहाड़ी तोते की कीमत 500 से लेकर 10000 तक हो सकती है। पहाड़ी तोतों की तस्करी की वजह से पहाड़ी इलाकों में इन तोतों की गिनती हर रोज कम होती जा रही है जो एक सोचने वाली बात है। 

अक्सर हम अख़बारों में पहाड़ी तोतों की तस्करी की खबरें पढ़ सकते हैं। 

तोते के बारे में कुछ अन्य फैक्ट्स More Facts about Parrot in Hindi 

  • अक्सर हम देखते हैं के तोते फल सब्जियां खाते हैं। कुछ तोते हरी मिर्च खाने के भी शौकीन होते हैं और कुछ तोते की प्रजातियां कीड़े भी खाती है यानी कुल मिला कर तोते सब कुछ खा लेते हैं। 
  • तोते की चोंच बहुत तेज़ और मजबूत होती है। ये ये अपनी चोंच का इस्तेमाल खाना खाने से लेकर अपनी रक्षा करने तक करते हैं। इनकी चोंच इतनी तीखी होती है के ये आपकी ऊँगली में छेद कर सकती है। 
  • तोता हमारी धरती पर नया नहीं है। वैज्ञानिकों ने तोते के अवशेषों को ढूंढ निकाला है उन्हें 10 लाख से भी पुराना बताया जाता है । वैज्ञानिकों के अनुसार दुनिया में पहला तोता आज से लगभग 30 मिलियन साल पहले गोडवानालैण्ड नाम के महाद्वीप पर देखा गया था। 
  • कुत्तों को वफादारी के लिए जाना जाता है। कहा जाता है के कुत्ते को अगर एक बार रोटी दे दें तो वो पूरी उम्र उस इंसान का चेहरा नहीं भूलता पर तोते के साथ ऐसा बिलकुल नहीं है। तोते को एक बेवफा पक्षी कहा जाता है। अपने एक तोते को पाला, उसे 10 साल तक अपने पास पिंजरे में रखा पर अगर तोता उस पिंजरे से बाहर उड़ गया तो वो वापिस कभी आपके पास नहीं आएगा।
  • आप किसी भी तोते को देख कर नर या मादा नहीं बता सकते। कुछ खास किस्म के तोते में नर और मादा के अंतर् के लिए कुछ खास लक्षण होते हैं। 
  • तोते अक्सर दूसरे जानवरो या बड़े पक्षियों के शिकार हो जाते हैं। उल्लू, चील और अजगर जैसे दूसरे जानवर और पक्षी अक्सर तोते के अंडे और छोटे बच्चों को अपना शिकार बना लेते हैं और बंदरों की कुछ किस्में भी तोतों को अपना शिकार बनती हैं।
  • मादा तोता जब अंडे देती है तो उसे सेकने का काम मादा का ही होता है। मादा बहुत लम्बे समय तक अंडे सकती है। जब अंडे से बच्चा बाहर आता है तो उसकी आंखें खुली होती है पर उसके पंख नहीं होते। तोते के बच्चे को चिक कहा जाता है। जब तोते का बच्चा अंडे से बाहर निकलता है तब उसकी पीठ पर एक पतली परत होती है जो समय के साथ साथ लुप्त हो जाती है और उसकी जगह पंख ले लेते हैं। 
  • अक्सर लोग तोते को पिंजरे में पालतू पखी के रूप में रखते हैं पर क्या आपको पता है के हमारे देश में तोते को पालतू रखना गैर क़ानूनी है। अगर अपने भी पिंजरे में तोता पाला हुआ है तो अभी पिंजरा खोल कर उसे आज़ाद कर दीजिये। 
  • दुनिया का सबसे छोटा तोता आपके अंगूठे के आकर का होता है और उसे पिग्मी कहा जाता है और इसके उल्ट मेकव प्रजाति का तोता 100 सेंटीमीटर से भी बड़ा हो सकता है। 
  • इंसानों के जैसे तोतों में भी खाने को टेस्ट करने की क्षमता होती है। हमारे मुँह में 10 हज़ार से ज्यादा टेस्ट बड होते हैं जो अलग अलग खाने की पहचान और स्वाद के बारे में हमे बताते हैं ऐसे ही एक तोते के अंदर 300 से ज्यादा टेस्ट बड होते हैं। इसी वजह से तोता अलग अलग तरह के खाने को पहचान सकता है। 
  • तोते के अंदर एक खास किस्म का बैक्टीरिया होता है जो उन्हें किसी भी तरह के बाहरी नुकसानदायक जीवाणु से बचाता है और कोई चोट लगने पर तोते को जल्दी से जल्दी ठीक करने का काम भी करता है। वैज्ञानिकों के अनुसार तोते के पंखों का पीला, हरा और लाल रण्ड इसी बैक्टीरिया के कारण होता है। 
  • जयादातर तोते उम्र भर एक ही जगह रहते हैं ये ज्यादा दूर तक उड़ कर नहीं जाते पर swift parrot और orange-bellied parrot तोतों की ऐसी प्रजाति है जो एक से दूसरी जगह उड़ कर चले जाते हैं। ये तोते ऑस्ट्रेलिया से उड़ कर तस्मानिया तक पहुंच जाते हैं। 
  • पर अफ़सोस की बात ये हैं के ये दोनों प्रजातियां आज कहते की कगार पर हैं। 

तोते की बहुत सारी प्रजातियां ज्यादा शिकार करने, ज्यादा तस्करी करने और धरती पर वातावरण में होते बदलाव के चलते आज विलुप्त हो गयी है और बहुत सारी प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं। 

तोते एक बहुत खूबसूरत पक्षी है। ये आम ही दिख जाता है तोते को देखकर आज ही उतनी ही ख़ुशी होती है जितनी बचपन के समय होती थी। क्या आपने भी कभी तोते को पालतू रखा है? क्या अपने भी कभी सोचा है के आप भी तोते के साथ उड़ कर दुनिया घूम लें? अगर हाँ तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं। ऐसी ही और रोचक जानकारी लेने के लिए पढ़ते रहिये ajabgajabfacts.com

Rahul Sharma

हमारा नाम है राहुल,अपने सुना ही होगा। रहने वाले हैं पटियाला के। नाजायज़ व्हट्सऐप्प शेयर करने की उम्र में, कलम और कीबोर्ड से खेल रहे हैं। लिखने पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है, शौक़ सिर्फ़ कलाकारी का रहा है, जिसे हम समय-समय पर व्यंग्य, आर्टिकल, बायोग्राफीज़ इत्यादि के ज़रिए पूरा कर लेते हैं | हमारी प्रेरणा आरक्षित नहीं है। कोई भी सजीव निर्जीव हमें प्रेरित कर सकती है। जीवन में यही सुख है के दिमाग काबू में है और साँसे चल रही है, बाकी आज कल का ज़माना तो पता ही है |

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