अमेरिका का सम्पूर्ण इतिहास

History of America in Hindi – आज अमेरिका पूरी दुनिया में सबसे बड़ी शक्ति है | अमेरिका के पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना है |  अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है | 

पूरी दुनिया का ज़्यादातर व्यापार अमेरिकन डॉलर्स में ही होता है | दुनिया की सबसे बड़ी कंपनीज़ भी अमेरिका में ही है | लेकिन अमेरिका हमेशा से इतना शक्तिशाली नहीं था बल्कि अपने कुछ निर्णयों की वजह से अमेरिका दुनिया की महाशक्ति बन गया | 

History of America in Hindi

अमेरिका को दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र कहा जाता है और भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र |

क्या अमेरिका की नीतियाँ चीन की तरह से ही विस्तारवादी रही हैं |

जानेंगे सब कुछ इस लेख में कि कैसे अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति बन गया और अमेरिका का पूरा इतिहास | 

अमेरिका की खोज History of America in Hindi

पुर्तगाल का प्रिन्स हेनरी जिसे प्रिन्स हेनरी द नेविगेटर के नाम से भी जाना जाता है | वो पूरी दुनिया में नयी नयी जगहों को खोजना चाहता था | उसने दुनिया में समुद्र के रास्ते नयी जगहों की खोज में आने वाली हर बाधा को दूर करने के लिए स्कूल ऑफ नेविगेशन की स्थापना की |

वो पूरी दुनिया के नक्शे बना रहा था और हर उस जगह तक पहुँचना चाहता था जहाँ तक अभी कोई नहीं पहुँच पाया था | उसने ऐसी शिप्स तैयार करवाई जो समुद्र में तेज हवाओं और तूफ़ानों का सामना कर सकती थी | 

उसके लोगों ने अफ्रीका के वेस्ट कोस्ट को खोज लिया था | लेकिन 1460 में हेनरी की मृत्यु हो गई | पर उसके द्वारा शुरू किया गया खोज का अभियान अभी चल रहा था | पुर्तगाली दक्षिण की और आगे बढ़ रहे थे जबकि क्रिस्टोफर कोलम्बस पश्चिम में भारत की ओर आगे बढ़ने लगा | 

कोलम्बस को पुर्तगालियों से सहयोग नहीं मिला लेकिन स्पेन के किंग Ferdinand और Queen Isabella ने कोलम्बस की इस खोज का समर्थन किया |

1492 तक अमेरिका को पूरी दुनिया नहीं जानती थी |  1492 में जब क्रिस्टोफ़ेर कोलम्बस जो की समुद्र के रास्ते भारत की खोज पर निकला, भारत तो नहीं पहुँच पाया पर वो एक नयी जगह पर पहुँच चुका था जो कि आज का अमेरिका है | 

कोलम्बस उस समय एक द्वीप पर पहुँचा जहाँ उसको लगा की वो भारत के किसी द्वीप पर पहुँच गया है | उन द्वीपों पर उसे लाल रंग के आदिवासी मिले | इन आदिवासीओं को कोलम्बस ने नाम दिया था रेड इंडियन |

इन्ही रेड इंडियन्स को अमेरिका का मूल निवासी माना जाता है और यही रेड इंडियन्स आगे चलकर अमेरिंडियंस कहलाए |

अमेरिका पर ब्रिटेन का अधिकार

कोलम्बस ने अमेरिका को खोज लिया था और उसे इस खोज के लिए स्पेन के राजा ने धन दिया था | इसलिए अमेरिका के कुछ हिस्सों पर सबसे पहले स्पेन ने अपना अधिकार कर लिया |

धीरे धीरे युरोप के दूसरे बड़े देश जैसे की फ्रांस और ब्रिटेन भी अमेरिका को हथियाने की दौड़ में कूद पड़े |

इस तरह सन 1700 तक स्पेन, फ्रांस और ब्रिटन ने अमेरिका के बहुत से हिस्सों पर अपना अधिकार कर लिया | अमेरिका में अमेरिका के मूल निवासियों के साथ साथ अब युरोप से प्रताड़ित होने वाले लोग भी आकर बसने लगे थे |

जो एक अलग तरह का समाज बनाना चाहते थे जिसमें सभी लोग एक समान हों | ब्रिटन उस समय पूरी दुनिया में एक बड़ी ताक़त के रूप में उभर रहा था |

ब्रिटिशर्स ने उस समय अमेरिका के छोर पर एक बड़े भाग पर अपनी 13 कोलोनियाँ बसा ली थी |  वहीं स्पेन और फ़्राँस ने भी अमेरिका और आज के कनाडा  के एक बड़े हिस्से पर अधिकार कर लिया था |

अमेरिका में क्रांति

अमेरिका में क्रांति की शुरुआत उस समय हुई जब ब्रिटिशर्स ने अपनी कोलोनियों में बहुत से दमनकारी क़ानून लागू करने शुरू कर दिए | ब्रिटन ने व्यापार पर भी ज़्यादा से ज़्यादा अधिकार करना चाहा और उन कॉलोनीस पर व्यापार को लेकर बहुत से प्रतिबंध लगा दिए |

जैसे कि सारा व्यापार ब्रिटेन के रास्ते से ही किया जाएगा | व्यापारियों को ज्यादा टैक्स देना होगा | कुछ समान का व्यापार केवल ब्रिटन के साथ ही किया जा सकेगा |

इन सभी क़ानूनो और बंदिशों की वजह से अमेरिका में सभी कॉलोनीस ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया | काफ़ी लंबे समय तक इस विद्रोह को टाला जा रहा था लेकिन जब फ्रांस और ब्रिटन में 7 इयर्स वॉर में ब्रिटेन की जीत हुई तब अमेरिका से फ्रांस का लगभग सफ़ाया हो गया | 

इसके बाद सरकार ने कॉलोनीज पर टैक्स को और भी बढ़ा दिया | जिसके बाद सभी कॉलोनीस साथ आई और 1765 में अमेरिका में क्रांति शुरू हो गई | इसके बाद 1775 में अमेरिका में पूर्ण आज़ादी की माँग शुरू हो गई जिसे अमेरिकन वॉर ऑफ इनडिपेंडेन्स कहते हैं |

इस लड़ाई में फ्रांस ने अमेरिकन्स का साथ दिया था जिसके बाद 1781 में जनरल कॉर्नवॉलिस ने यॉर्कटाउन में सरेंडर कर दिया |

1783 में ट्रीटी ऑफ पॅरिस के साथ आधिकारिक रूप से युद्ध समाप्ति की घोषणा हो गई | अमेरिका की उन कॉलोनीस को लीड करने वाले जनरल जॉर्ज वॉशिंग्टन 1788 में संविधान के लागू होने के बाद अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने |

अमेरिका का संविधान विश्व का पहला लिखित संविधान बना | 4 जुलाई 1776 को स्वतंत्रता के घोषणापत्र में थॉमस पैन के द्वारा सुझाया गया नाम संयुक्त राज्य अमेरिका अधिकारिक रूप से शामिल किया गया था |

अमेरिका अब आज़ाद हो चुका था और एक नयी उड़ान भरने के लिए पूरी तरह से तैयार था |

अमेरिका की विस्तारवादी नीति

आज़ादी के बाद अमेरिका की विस्तारवादी नीति शुरू होती है | कॉलोनीस में बाहर से आकर बसने वाले लोग अमेरिका के मूल निवासियों की ज़मीनों को हथियाने लगते हैं | 

अमेरिका ने पश्चिम की और विस्तार करना शुरू किया और 1803 तक लुसिआना को 15 मिलियन डॉलर्स में फ्रांस से खरीद लिया जिसे Louisiana Purchase के नाम से जाना जाता है |  

इसके बाद अमेरिका का कुल क्षेत्रफल 3 गुना बढ़ गया | अब अमेरिका का मेक्सिको के साथ युद्ध शुरू हो गया और 1845 में उसे हराने के बाद उसका विस्तार और बढ़ गया | 

ग्रह युद्ध

ब्रिटन से आज़ाद हुई कॉलोनीस में ज़्यादातर लोग युरोप से आकर बसे हुए थे | या फिर बहुत ज़्यादा लोग ऐसे थे जिन्हें ब्रिटन के द्वारा अफ्रीका से दास बनाकर अमेरिका में लाया गया था |

अमेरिका में दास प्रथा तभी से चलती आ रही थी | काले लोगों को दास बना कर रखा जाता है | #Blacklivesmatter नाम का मूव्मेंट भी इसी वजह से इतना बड़ा मूव्मेंट बना है |

अमेरिका में तभी से रंग भेद की नीति चलती आ रही है | 1861 से 1865 के बीच अमेरिका में एक ग्रह युध शुरू हो गया | जिसमें उत्तरी अमेरिका में रहने वाले  लोग दास प्रथा के विरुढ़ थे जबकि दक्षिणी अमेरिका में रहने वाले लोग इसके पक्ष में थे |

क्यूंकी दक्षिणी अमेरिका में कपास की खेती होती थी जिसके लिए दासों से खेतों में काम करवाया जाता था | और दासों से खेती करवा कर वहाँ के लोगों को बहुत फायदा हो रहा था इसलिए वो इसे ख़तम करने के विरुढ़ थे |

दास प्रथा को समाप्त करने को लेकर उत्तर और दक्षिणी अमेरिका के लोगों में लगातार संघर्ष चलता रहा |

अंत में अमेरिका में दास प्रथा को समाप्त कर दिया गया | अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहिम लिंकन भी दास प्रथा के विरुद्ध थे | 

उनके इसी विरोध के कारण एक सरफिरे ने उन्हें गोली मार दी थी |

अमेरिका में श्वेत अश्वेत लोगों की वो लड़ाई आज भी चल रही है | भले ही आज क़ानूनी रूप से ब्लैक लोगों को सभी अधिकार मिल चुके हैं लेकिन समाज में वाइट और ब्लैक लोगों के बीच आज भी नफ़रत बनी हुई |

जिसके शिकार ज़्यादातर ब्लैक लोग ही होते हैं | 

कैसे बना अमेरिका सुपर पावर

पूरी दुनिया में अमेरिका सबसे शक्तिशाली देश है जिसके बहुत से कारण है | अमेरिका के शक्तिशाली होने का एक बड़ा कारण है उसकी आर्थिक शक्ति और उसकी भौगोलिक परिस्थिति | 

आज अमेरिका या तो कमजोर और मित्र राष्ट्रों से घिरा है या एक तरफ उसे किसी भी ख़तरे से बचाने के लिए विशाल समुद्र है |

जिस कारण किसी भी देश के लिए अमेरिका पर हमला करना आसान नहीं है | लेकिन कैसे बना अमेरिका सूपरपवर | अमेरिका में औधोगिक क्रांति की शुरुआत के साथ अमेरिका की ताक़त बढ़ने लगी थी |

प्रथम विश्व युद्ध के बाद युरोप के ज़्यादातर देशों को भारी नुकसान हुआ था और अमेरिका ने इस युद्ध को ख़तम करने में अहम भूमिका निभाई थी |

दूसरे विश्व युद्ध में पर्ल हार्बर के बाद अमेरिका ने जापान पर हमला करके पूरी दुनिया को अपनी ताक़त दिखा दी थी |

इसके बाद सोवियत यूनियन का डर दिखा कर उसने नाटो जैसे संगठन की स्थापना की |

साथ ही विश्व युद्ध के बाद दुनिया की एकॉनमी को स्टेबल बनाए रखने के लिए वर्ल्ड बैंक और आई एम एफ जैसी संस्थाओं की स्थापना की गई | जिससे अमेरिका की धाक पूरी दुनिया में बढ़ गई |

आज भी अमेरिका की सेना दुनिया के बहुत से देशों में है | अमेरिका ने बहुत से देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की नीति अपनाई |

जिससे अप्रत्यक्ष रूप से उसने बहुत से छोटे छोटे देशों को कंट्रोल किया और हमेशा खुद को ओर ताक़तवर और शांति दूत बताने की प्रक्रिया जारी रखी |

आज भी अमेरिका सीधे तौर पर विस्तार नहीं करता लेकिन हर देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की उसकी नीति आज भी कायम है | 

अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी पावर है लेकिन अब चीन ने अमेरिका को चैलेंज करना शुरू कर दिया है | जिसकी वजह से चीन और अमेरिका में ट्रेड वॉर शुरू हो गई है |

ब्रिटन के बाद अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति बना  | क्या अब चीन दुनिया की महाशक्ति बन कर उभर सकता है | 

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Mohan

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