सूर्य ग्रहण से जुड़े फैक्ट्स Solar Eclipse Facts in Hindi

आज सूर्य ग्रहण है और ये इस साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण है। तो सूर्य ग्रहण होता क्या है? सूर्यग्रहण के धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों महत्व हैं। कहा जाता है के सूर्यग्रहण के समय कुछ खाना पीना नहीं चाहिए।

Solar Eclipse Facts in Hindi
Solar Eclipse Facts in Hindi

इसका वैज्ञानिक महत्व ये हैं कि सूर्यग्रहण के दौरान कई तरह की वैज्ञानिक खोज की जाती है जिससे ब्रह्माण्ड के बारे में और अधिक जानकारी पता चलती है क्योंकि इस समय हमारे ब्रह्माण्ड में सूर्य ग्रहण से जुड़ी और भी बहुत सारी घटनाएं होती हैं जो वैज्ञानिकों की बहुत मदद करती हैं। 

आज हम आपको सूर्यग्रहण के बारे में और अधिक जानकारी देंगे जिससे आपका ज्ञान सूर्यग्रहण के बारे में और बढ़ जायेगा। 

क्या है सूर्य ग्रहण Solar Eclipse Facts in Hindi

असल में सूर्य ग्रहण है क्या ? हम सबको पता है सभी ग्रह सूर्य के चक्क्र लगाते हैं। चन्द्रमा धरती का चक्क्र लगता है एक समय जब धरती के चक्क्र लगाते हुए चन्द्रमा सूर्य और धरती के बीच आ जाता है तो सूर्य का पूरा प्रकाश धरती पर नहीं पड़ता यानी तीनो ग्रह एक सीध में आ जाते हैं। सूर्य ग्रहण भी 2 तरह के होते हैं पूर्ण सूर्यग्रहण और आंशिक सूर्यग्रहण।  

जब सूर्य पूर्ण रूप से चन्द्रमा के पीछे छिप जाता है उसे पूर्ण सूर्यग्रहण कहते है और जब सूर्य का एक भाग ही छुपता है उसे आंशिक सूर्य ग्रहण कहा जाता है।

कभी देखा है रिंग ऑफ़ फायर ?

क्या अपने कभी रिंग ऑफ़ फायर देखा है ? ये सूर्य ग्रहण Solar Eclipse के समय होने वाली सबसे रोमांचक घटना है। जब तीनों ग्रह एक सीध में आते हैं तो चंद्रमा सूर्य के बीच में आ जाता है और सूर्य के बीच वाले हिस्से को ढक लेता है जिससे ऐसा प्रतीत होता है के एक आग की रिंग आसमान में हैं। इसे ऐनुलर सोलर एक्लिप्स भी कहा जाता है। 

आँखों को हो सकता है नुकसान 

सूर्य की किरणें बहुत तेज़ होती हैं। कभी भी नंगी आँखों से सूर्यग्रहण को नहीं देखना चाहिए। सूर्य इनफ्रारेड और अल्ट्रावॉयलेट किरणें छोड़ता है जो हमरी रेटिना को नुकसान पहुंचा सकती हैं। भले ही पूर्ण सूर्यग्रहण हो तब भी सूर्य की खतरनाक किरणें हमारी आँखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। 

हीलियम गैस की हुई थी खोज 

लार्कयर नाम का एक वैज्ञानिक था जिसने 1968 के दौरान सूर्यग्रहण को बड़े गौर से ऑब्ज़र्व कर रहा था तो उसे वायुमंडल में एक गैस दिखी और उन्होंने उसका हिलियम होने का अंदाज़ा लगाया और ऐसे सूर्यग्रहण के समय हीलियम गैस की खोज हुई। 

गर्भवती महिलाओं पर होता है असर 

सूर्यग्रहण के समय धरती पर मौजूद लगभग हर एक चीज पर असर पड़ता है। माना जाता है के सूर्यग्रहण के समय खाने पीने वाली चीजें खराब हो जाती है। इस समय पक्षी भी कंफ्यूज हो जाते हैं, वो दिन को रत समझ लेते हैं पर इसका सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है। माना जाता है के सूर्यग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को कुछ खाना पीना नहीं चाहिए, बिना चश्मा लगाए सूर्यग्रहण नहीं देखना चाहिए और सबसे जरूरी के इस समय गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए। 

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सूर्य ग्रहण के बारे में और तथ्य Some More Solar Eclipse Facts in Hindi

क्या आपको पता है के सबसे पहला सूर्य ग्रहण कब लगा था ? अगर नहीं तो हम आपको बताएंगे।

  • कुछ खगोलशास्त्रीयों और इतिहासकारों के अनुसार आज से लगभग 4153 साल पहले यानी 2134 ईसा पूर्व को लगने वाला सूर्य ग्रहण मानवीय इतिहास का पहला सूर्यग्रहण था और ये आज के चाइना में लगा था। 
  • बेबीलोन इलाके के लोग भी सूर्य ग्रहण के बारे में सटीक भविष्याणि किया करते थे। बेबीलोन निवासियों के अनुसार पहला सूर्यग्रहण 1375 ईसा पूर्व को घटित हुआ था। 
  • पुराने समय में सूर्यग्रहण की भविष्वाणी होने के बाद राजाओं को कुछ समय के लिए गद्दी से उतर दिया जाता था और किसी दूसरे इंसान को राजा की गद्दी पर बैठाया जाता था क्योंकि पुराने समय में लोग सूर्यग्रहण को राजाओं के लिए अशुभ मानते थे और माना जाता था के इस दिन देवताओं का प्रकोप राजा पर पड़ता है तो असली राजा को बचाने के लिए वो ऐसा करते थे। 
  • 585 ईसा पूर्व को लीडियस और मेड्स के बीच चल रहे युद्ध को बंद कर दिया था। युद्ध के समय सूर्य ग्रहण लग गया तो दोनों सेनाओं ने युद्ध बंद कर दिया  क्योंकि ग्रहण की वजह से दिन में अंधेरा हो गया था तो दोनों सेनाओं ने उस अंधेरे को शांति का प्रतीक माना और उन्हें लगा के भगवान ने दिन में अंधेरा करके उनसे शांति बनाने का संदेश दिया है। 
  • सूर्यग्रहण क्या होता है ये क्यों होता है इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं था। 1609 को एक वैज्ञानिक जोहान्स केप्लेर ने सूर्यग्रहण के बारे में पूरी जानकारी दी थी उन्होंने इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब दिए थे। 
  • प्रसिद्ध वैज्ञानिक कॉन्कर्ड विमान ने सूर्यग्रहण को और अच्छी तरह जानने के लिए 1973 में अपने कुछ खास उपकरणों और यंत्रों की मदद से सूर्यग्रहण का बारीकी से अध्ययन किया। इन्होने सूर्यग्रहण के समय ग्रहण का 3 हज़ार किलोमीटर तक पीछा किया और लगभग 72 मिनट तक सूर्यग्रहण का निरीक्षण किया था। 
  • पूरी दुनिया में से केवल भारत में ही सूर्यग्रहण के समय कुछ भी खाने पीने से मना किया जाता है और माना जाता है कि सूर्यग्रहण के समय पका हुआ खाना खराब हो जाता है खाने में सूर्य की खतरनाक किरणें अपना प्रभाव डालती हैं। इसके बारे में वैज्ञानिकों ने अपनी सहमति नहीं दिखाई। 
  • सूर्यग्रहण खगोल में होने वाली एक खूबसूरत घटना है जिसके बारे में हरेक देश धर्म के अपने अलग विचार हैं और वैज्ञानिकों के अलग। सूर्यग्रहण अलग अलग तरीके से इंसानी जीवन पर असर डालता है और ये वैज्ञानिकों के लिए एक मौका लेकर आता है जिससे वो हमारे सूर्य, सौर मंडल और खगोल के बारे में और अधिक जान पाते हैं।
  • सूर्यग्रहण साल में एक बार से अधिक बार आता है और आज लगने वाला ग्रहण लगभग 4 घंटे लम्बा होगा पर हम भारत वासिओं को घबराने की बात नहीं है क्योंकि ये हमारे देश में नज़र नहीं आएगा। 

उम्मीद है के आप सूर्यग्रहण के बारे में सब कुछ विस्तार से जान गए होंगे। अगर आपके दिल में कोई सवाल है तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं|

Rahul Sharma

हमारा नाम है राहुल,अपने सुना ही होगा। रहने वाले हैं पटियाला के। नाजायज़ व्हट्सऐप्प शेयर करने की उम्र में, कलम और कीबोर्ड से खेल रहे हैं। लिखने पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है, शौक़ सिर्फ़ कलाकारी का रहा है, जिसे हम समय-समय पर व्यंग्य, आर्टिकल, बायोग्राफीज़ इत्यादि के ज़रिए पूरा कर लेते हैं | हमारी प्रेरणा आरक्षित नहीं है। कोई भी सजीव निर्जीव हमें प्रेरित कर सकती है। जीवन में यही सुख है के दिमाग काबू में है और साँसे चल रही है, बाकी आज कल का ज़माना तो पता ही है |

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