Eternals Movie Review in Hindi

इस हफ्ते दिवाली पर मार्वल की ईटर्नल्स रिलीज़ हुई | ईटर्नल्स को पहले 2020 में ही रिलीज़ किया जाना था पर कोरोना के चलते थिएटर बंद रहे और फिल्म को पोस्टपोंड कर दिया था | बहुत कंबे इंतज़ार के बाद ये फिल्म रिलीज़ हुई और लोगों की भीड़ सिनेमाघरों में उमड़ पड़ी |

एक और मार्वल की फिल्म , और सिनेमाघरों में लगी दर्शकों की भीड़ | पर ये फिल्म ज्यादा  देर तक दर्शकों को अपनी तरफ खींचने में कामयाब नहीं | और मार्वल फिल्मों जैसा जादू इस में नहीं | पर ऐसा क्यों ? हम आपको विस्तार से बताएंगे | 

eternals movie review in hindi
Eternals Movie Review in Hindi

इस फिल्म को ऐसा कह कर प्रमोट किया गया के ये एवेंजर्स एंडगेम के बाद की कहानी है और ये फिल्म मार्वल के फेज 5 की पहली फिल्म होगी जो आने वाली सभी मार्वल फिल्मों के भविष्य को तय करेगी और कहीं न कहीं उनकी कहानियों को प्रभावित करेगी |

फिल्म में 1 – 2 नहीं बल्कि 10 सुपरहेरो हैं ,जो धरती के लोगों को बचते नज़र आते हैं |

कौन है ईटर्नल्स :

लाखों साल पहले सेलेस्ट्रियल्स ने बनाया था , जो धरती पर जा कर धरती वासिओं की रक्षा करें क्योंकि धरती के लोगों को डेविएंट्स से खतरा है | लगभग 10 लाख सकल पहले , सेलेस्ट्रियल्स धरती पर आते हैं और यहां के लोगों पर कुछ एक्सपेरिमेंट करते हैं , जिनसे 2 तरह के नई प्रजातियां बनती है, एक इंसानों जैसे दिखने वाले जिन्हे ईटर्नल्स कहा जाता है और दूसरे बड़े भयानक मॉन्स्टर जैसे दिखने वाले डेविएंट्स | एटर्नल्स न ही इंसान है न ही एलियन , बल्कि ये एक तरह के भगवान है |

क्या है फिल्म की कहानी :

हज़ारों सालों से ईटर्नल्स इंसानो की रक्षा करते आये हैं तो ईटर्नल्स को लगता है के अब इंसानों को उन दानव डेविएंट्स से खतरा नहीं है , ईटर्नल्स करीब सात हज़ार साल से धरती पे रह रहे हैं , इंसानों के काम में बिना कोई तंग अड़ाए अपनी जिंदगी जी रहे हैं , पर इस बार , डेविएंट्स अचानक मानव जाती पर हमला कर देते है , ये इस बार पहले से ज्यादा ताकतवर है , ईटर्नल्स एक बार फिर से पूरी मानवजाति को बचने के लिए एकजुट होते हैं , यही इस फिल्म की कहानी है | 

इतने सालों से गुमनाम जिंदगी जीते ईटर्नल्स की अपनी एक अलग कहानी है , हर कोई अपनी अलग जिंदगी जी रहा है | हरेक के अपने अलग तरीके हैं | फिल्म की पूरी कहानी इसके आस पास घूमती है |

फिल्म रिव्यु :

फिल्म का निर्देशन किया है क्लोए झाओ ने जिन्होंने इससे पहले नेमाडलैंड जैसी फिल्म को बनाया और ऑस्कर अवार्ड जीता | इस फिल्म में हॉलीवुड के साथ साथ एशिया के और अपने देश भारत के भी कलाकारों ने काम किया है | फिल्म में हमे जेमा चैन , रिचर्ड मैडन , कुमैल ननजियानी , डॉन ली , हरीश पटेल , सलमा हायक और एंजेलिना जोली जैसी एक्टर देखने   को मिलते हैं | 

फिल्म देखकर आपको ऐसा नहीं लगेगा के ये फिल्म फ्रेश है , बल्कि आपको ये फिल्म कई फिल्मों का मेल लगेगी , फ़्लैश , एक्स मैन , सुपरमैन जैसी फिल्मों की झलक आपको दिखेगी | कई लोगों के मुताबिक ये फिल्म मार्वल की अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्म है , पर ऐसा नहीं है , फिल्म कई जगह पर कमजोर नज़र आती है | फिल्म में एक्शन सीक्वेंस कम है , पर जितने भी है देखकर मज़ा आता है | 

हालाँकि फिल्म मार्वल की है , पर फिर भी इसके अंदर समलैंगिकता को दिखाया है , और कई जगह पर कुछ सीन , बच्चों के लिए सही नहीं लगते |

फिल्म में ज्यादा फोकस एमोशनल्स पर किया गया है , सभी एक्टर्स ने बहुत खूब एक्टिंग की है और हर कोई अपने किरदार के साथ न्याय करता नज़र आता है | 

फिल्म में ईटर्नल्स का 7000 साल का सफर दिखाया गया है , वो कैसे मसोपोटामिआ से लेकर बेबीलोन तक , फिर आज के समय में लंदन से लेकर मुंबई तक , सफर करते हैं और दुनिया को बचाते हैं ,  फिल्म बहुत सारी  टाइम लाइन्स को समेटे हुए है , जो कई बार थोड़ा कन्फुसिंग लगता है | 

फिल्म में भारत को बहुत अच्छे से दिखाया है , प्राचीन भारत के रेफ्रेंस आपको फिल्म में देखने को मिलेंगे | फिल्म में भारतीय एक्टर हरीश पटेल नज़र आते हैं , जिन्हे देखकर आपके चेहरे पर मुस्कराहट आ जाती है | 

अगर आप मार्वल की फिल्मों को फॉलो केते हैं और मार्वल के बहुत बड़े फैन हैं तो ये फिल्म आपको थोड़ी निराश कर सकती है | मार्वल की फ़िल्में अपनी अच्छी कहानी , बेहतर एक्शन सीक्वेंस , और कॉमेडी टाइमिंग के लिए जानी जाती है , और इस फिल्म में आपको तीनों की कमी लगेगी |

फिल्म के अंदर 2 पोस्ट क्रेडिट सीन हैं | फिल्म का क्लाइमेक्स भी कुछ ज्यादा खास नहीं है , हो सकता है निर्माता ने अगले पार्ट के लिए इसे ऐसा छोड़ा हो | फिल्म के पोस्ट क्रेडिट सीन पूरी फिल्म की जान है जो आने वाली एटर्नल्स के हिंट छोड़ते है |

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फिल्म देखें या न :

फिल्म को आप अच्छे एक्शन सीन , बेहतरीन म्यूजिक और अच्छी सिनेमेटोग्राफी के लिए देख सकते हैं | फिल्म में बेशक त्रुटियां है , पर फिल्म को जिस तरह शूट किया है , वो बहुत अच्छा है | इस वीकेंड सिनेमा में कुछ नया देखने के लिए या बॉलीवुड की वही घिसी पीटी कहानी देखने की बजाय ये फिल्म देख सकते हैं , पर फिल्म देखने से पहले , दिमाग में से मार्वल फिल्म वाली हवा निकल दीजिये नहीं तो आप निराश होंगे | एक बार फिल्म देखी जा सकती है |

Rahul Sharma

हमारा नाम है राहुल,अपने सुना ही होगा। रहने वाले हैं पटियाला के। नाजायज़ व्हट्सऐप्प शेयर करने की उम्र में, कलम और कीबोर्ड से खेल रहे हैं। लिखने पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है, शौक़ सिर्फ़ कलाकारी का रहा है, जिसे हम समय-समय पर व्यंग्य, आर्टिकल, बायोग्राफीज़ इत्यादि के ज़रिए पूरा कर लेते हैं | हमारी प्रेरणा आरक्षित नहीं है। कोई भी सजीव निर्जीव हमें प्रेरित कर सकती है। जीवन में यही सुख है के दिमाग काबू में है और साँसे चल रही है, बाकी आज कल का ज़माना तो पता ही है |

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