जय भीम से जुड़े रोमांचक तथ्य Jai Bhim Movie Facts in Hindi

2021 में बहुत सारी फिल्मे रिलीज़ हुई | कोरोना महामारी के फैलने से थिएटर बंद हो गए, जिससे OTT प्लेटफॉर्म्स का चलन बढ़ गया था और लोगों ने OTT पर ही अपने मनोरंजन का साधन ढूंढ लिया |

इससे फिल्म निर्माता भी थिएटर की बजाय सीधा OTT पर फ़िल्में रिलीज़ करने लगे | नवंबर महीने OTT प्लेटफार्म ऐमेज़ॉन प्राइम पर जय भीम फिल्म रिलीज़ हुई इसमें साउथ के सुपरस्टार सूर्य मुख्य भूमिका में थे और इसे निर्देशित किया था टी जे ग्नानवेल ने |

ये फिल्म 1993 में हुई एक सत्य घटना पर आधारित है | फिल्म एक निडर वकील और एक आदिवासी परिवार की कहानी है जो हमें निडरता, हिम्मत और हमारे देश की न्यायव्यवस्था के बारे में हमे बहुत अच्छे से बताती है | (जय भीम का रिव्यु यहां पढ़े)

आपने ये फिल्म तो देखी ही होगी और आप इसके बारे में अच्छी तरह जान गए होंगे पर हम इंटरनेट की दुनिया से आपके लिए इस फिल्म से जुड़े कुछ ऐसे फैक्ट लेकर आये हैं जो आप नहीं जानते होंगे |

तो तैयार हो जाये फिल्म जय भीम के बारे में और भी अच्छी तरह जानने के लिए |

जय भीम फिल्म के बारे में रोमांचक तथ्य Jai Bhim Movie Facts in Hindi

सत्य घटनाओं से प्रेरित

हम आपको बता दे की ये फिल्म सत्य घटनाओं से प्रेरित है | ये पूरा घटनाक्रम 1993 में तमिलनाडु में हुआ था जब एक आदिवासी लड़के को चोरी के झूठे इलज़ाम में पुलिस गिरफ्तार कर लेती है और उसे जेल में उसे बहुत प्रताड़ित किया जाता है | 

उसके साथ साथ उसकी गर्भवती पत्नी और रिश्तेदारों को भी जेल में पुलिस द्वारा खूब मारा पीटा जाता है और उन्हें चोरी का इलज़ाम कबूलने को बोला जाता है | 

राजकंनू पुलिस की मार सह नहीं पाता और मर जाता है और पुलिस उसे एक भगोड़ा घोषित कर देती है और उसकी लाश को ठिकाने लगा देती है | 

राजकंनू की गर्भवती पत्नी उसे तलाशने में लग जाती है और उसकी मुलाकात वकील चंद्रु से होती है जो राजकंनू को इंसाफ दिलवाने के लिए हर सम्भव कोशिश करते हैं और अंत में सच की जीत होती है | (जस्टिस चंद्रु के बारे में यहां पढ़ें)

IMDB की सबसे ज्यादा रेटिंग वाली फिल्म

जय भीम को देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में दर्शकों ने खूब प्यार दिया है इस बात का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं के कुछ समय पहले दुनिया की सबसे हाई रेटिंग वाली फिल्म The Shawshank Redemption’s थी जिसे 20 लाख से भी ज्यादा लोगों की वोटिंग से IMDB पर 9.3 की रेटिंग मिली और ये फिल्म काफी समय तक इसी पोजीशन पर रही पर जय भीम ने रिलीज़ होते ही इसका रिकॉर्ड तोड़ दिया आज ये दुनिया की सबसे ज्यादा रेटिंग वाली फिल्म बन गयी है जिसे IMDB पर 9.6 की रेटिंग हासिल हुई है|

एक काली सच्चाई

फिल्म जहां एक तरफ निमंडरज़े के लोगों के साथ होती बर्बरता को दर्शाती है और दिखाती है के कैसे पोलिसवाले एक निर्दोष को उस जुर्म मो मैंने के लिए मजबूर करते हैं जो उसने किया ही नहीं और दूसरी तरह ये फिल्म हमे हमारे देश में होती कस्टोडियल डेथ यानी पुलिस थाने में हुई मौतों के बारे में बताती है |

एक आंकड़ों के मुताबिक पिछले केवल 3 सालों में 5200 से भी ज्यादा व्यक्तियों की मौतें पुलिस हिरासत में हुई हैं | ये हमारे समाज के लिए सोच विचार करने का एक गंभीर मुद्दा है पर आम जनता को इसके बारे में कोई अंदाज़ा नहीं है | 

इसके इलावा फिल्म हमे Habeas corpus जैसे एक ऐसे कानून के बारे में भी अच्छी तरह बताती है |

क्या है ये Habeas corpus

ये कानून एक तीखा हथियार है आम जनता के हितों की रक्षा के लिए | हम इसे ऐसे समझते हैं, इस कानून का उपयोग उन लोगों के लिए किया जाता है जिन्हे बिना किसी जानकारी और बिना किसी गुनाह के पुलिस द्वारा जेल में डाला जाता है | 

ये कानून ताकत देता है के अगर कोई कैदी जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है वो 24 घंटों के अंदर मेजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं होता तो वो कानूनी तौर पर रिहा हो सकता है और वो रिहा होने का हक़दार है | 

इस कानून से हरेक भारतीय नागरिक को स्वतन्त्रता का अधिकार मिलता है | इस फिल्म में भी जब पुलिस ने राजकंनू को भगोड़ा घोषित किया तो चंद्रु ने इसी कानून के तहत अदालत से दरख्वास्त की के राजकंनू और उसके साथियों को ढूंढ कर अदालत में पेश किया जाये और इसके बाद ही फिल्म के असली पत्ते खुलने लगते हैं |

जब हिंदी भाषा बोलने वाले नराज़ हो गए

फिल्म के एक सीन में एक्टर प्रकाश राज को इस फिल्म में IG का किरदार निभा रहे हैं और एक जगह एक आदमी को थप्पड़ लगते हैं और बोलते हैं के हिंदी में नहीं तमिल में बोल |

तो उनके इस सीन से मीडिया में काफी उत्पात मच गया क्योंकि हिंदी भाषा बोलने वालों को इस सीन से आपत्ति हुई उन्हें लगा के प्रकाश राज ने ऐसा बोल कर हिंदी जो हमारी मातृभाषा है उसका अपमान किया है | 

कुछ लोगों ने तो इस फिल्म को बैन करने तक की बात कही पर एक्टर प्रकाश राज ने लोगों के सामने ये साफ किया के इस सीन का वो मतलब नहीं जो वो समझ रहे हैं |

दरअसल वो किरदार हिंदी बोल कर पुलिस की कार्यवाही को गलत दिशा में ले जा रहा था और हिंदी बोल कर उस केस से बचना चाहता था इसलिए उसे पूरा वाक्य तमिल में बोलने को कहा था |

असली संगेनेनी को मिला सम्मान

ये फिल्म पार्वती अम्मल जी के जीवन पर आधारित है और उनका इस फिल्म में नाम बदल कर संगेनेनी कर दिया था | 

इस फिल्म के रिलीज़ होने के बाद लोग पार्वती जी के संघर्ष को देखकर इतने प्रभावित हुए के लोगों ने उनकी मदद करने की ठानी ऐसे में फिल्म के हीरो सूर्य ने पार्वती जी को लगभग 10 लाख रुपए की राशि दी और इसके इलावा साउथ फिल्मों के ही एक्टर और निर्देशक लॉरेंस राघव ने उन्हें पक्का घर बनवा कर देने का एलान किया है | 

इससे पहले पार्वती जी तमिलनाडु के ही एक दूर दराज़ के इलाके में किराये के घर में रहती थी और उस गांव की हालत बहुत खस्ता है, यहां तक के वहां पर शौचालय जैसी बेसिक सुविधा भी नहीं है | फिल्म एक्टर्स की इस मदद से पार्वती जी को बहुत सहारा मिलेगा |

तो ये थी कुछ ऐसी जानकारी जय भीम फिल्म से संबंधित जो शायद आपको न पता हो | सच में ये फिल्म एक मास्टरपीस है और ऐसी फ़िल्में हमारे देश में बहुत कम बनती है पर हमारे समाज को ऐसी फिल्मों की ही जरूरत है जो हमारे समाज के एक ऐसे चेहरे से पर्दा उठाती है जिस चेहरे को हमने कभी देखा नहीं था या देख कर भी न देखा कर दिया था |

आपको Jai Bhim Movie Facts in Hindi कैसे लगे और आपके इस फिल्म के बारे में क्या विचार है हमे कमेंट करके जरूर बताइये |

Rahul Sharma

हमारा नाम है राहुल,अपने सुना ही होगा। रहने वाले हैं पटियाला के। नाजायज़ व्हट्सऐप्प शेयर करने की उम्र में, कलम और कीबोर्ड से खेल रहे हैं। लिखने पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है, शौक़ सिर्फ़ कलाकारी का रहा है, जिसे हम समय-समय पर व्यंग्य, आर्टिकल, बायोग्राफीज़ इत्यादि के ज़रिए पूरा कर लेते हैं | हमारी प्रेरणा आरक्षित नहीं है। कोई भी सजीव निर्जीव हमें प्रेरित कर सकती है। जीवन में यही सुख है के दिमाग काबू में है और साँसे चल रही है, बाकी आज कल का ज़माना तो पता ही है |

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