माइक टायसन की जीवनी Mike Tyson Biography in Hindi

माइक टायसन एक ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने अपने जीवन का ज्यादातर समय विवादों में बिताया| माइक टाइसन ने जेल में भी काफी समय बिताया और 1997 में एक मैच में इवांडर होलीफील्ड नाम के खिलाडी का कान काट दिया था | माइक टायसन दुनिया के सबसे छोटी उम्र के  हैवीवेट बॉक्सिंग चैंपियन बने| 

इन्होने कई फिल्मों में भी काम किया और एक लेखक के रूप में भी उभरे| कुल मिला कर माइक टाइसन की ज़िंदगी काफी उलझी हुई रही |

Mike Tyson Biography in Hindi
Mike Tyson Biography in Hindi

अब माइक टायसन बॉलीवुड में भी अपना डेब्यू करने जा रहे हैं , वो विजय देवरकोंडा के साथ उनकी अगली फिल्म लाइगर में नज़र आएंगे| अगर आप बॉक्सिंग के इस महान खिलाडी के बारे में नहीं जानते या बहुत कम जानते हैनी तो फ़िक्र मत कीजिये, इनके बारे में हम आपको भरपूर जानकारी देंगे | 

माइक टायसन का जीवन परिचय Mike Tyson Biography in Hindi

शुरुआत कैसे हुई 

माइक टायसन का जन्म 30 जून, 1966 को ब्रुकलिन में हुआ| इनके माता पिता का नाम जिमी किर्कपैट्रिक और लोर्ना टायसन था | अचानक माइक के पिता इनके परिवार को छोड़ क्र चले गए उस समय माइक की उम्र केवल 2 साल थी तो माइक के साथ इनके 2 भाई बहनों को संभालने की जिम्मेवारी इनकी माता जी पर आ गयी और अपने बच्चों का पालन पोषण करने और घर की आर्थिक हालत सुधरने के लिए ये ब्राउन्सविले आ कर रहने लगे|

माइक टायसन बचपन में तुतलाते थे जिसकी वजह से दूसरे बच्चे टायसन को बहुत परेशान करते थे पर टायसन ने कभी इस बात की शिकायत घर पे नहीं की बल्कि वो खुद उन बच्चों से निपट लेते थे,टायसन सीधा जाकर उनसे भीड़ जाते थे और उनकी पिटाई कर देते थे| 

टायसन को कबूतरों से खेलना बहुत पसंद था वो ज्यादा समय इन पक्षियों के साथ बिताते थे| एक बार एक बच्चे ने एक कबूतर को मार दिया तो टायसन ने उसे बहुत पीटा| 13 साल की उम्र तक टायसन को अलग अलग मार पीट के वजह से 38 बार गिरफ्तार किया गया और इसके बाद टायसन को एक बाल सुधार घर ट्रायॉन स्कूल फॉर बॉयज़ में भेजा गया जहाँ इनकी मुलाकात बॉब स्टीवर्ट से हुई जो एक मुक्केबाज़ थे |

जूनियर ओलंपिक में जाना

बॉब स्टीवर्ट ने टायसन के टैलेंट को पहचान लिया और जान लिए के ये बड़ा होकर कुछ करके दिखायेगा | बॉब स्टीवर्ट ने टायसन को ट्रेन किया और बॉक्सिंग के लिए त्यार किया|इसके बाद टायसन की मुलाकात हुई कास डिमाडो से जो बॉक्सिंग ट्रेनर और मैनेजर थे| कास ने पैटरसन और जोस टोरेस जैसे बॉक्सर्स को ट्रैन किया था, उन्हें टायसन में भी वही हुनर दिखा | 

कुछ समय बाद टायसन की माता जी की मृत्यु हो गयी, उस समय टायसन 16 वर्ष का था , पर टायसन अपनी बॉक्सिंग के प्रति इतना ज्यादा समर्पित था के उसने माता के चले जाने के दुःख को अपने खेल पर हावी नहीं होने दिया |

1981-82  के जूनियर ओलंपिक में टायसन ने 2 गोल्ड मेडल जीते और सबसे हैरानी वाली बात यह थी के टायसन ने अपने विरोधी खिलाड़ी को 8 सेकंड में ही नॉकऑउट कर दिया था जिसके बाद टायसन को किड डाइनामाइट और आयरन माइक जैसे नाम मिले |

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सम्मान और अपमान

18 साल की उम्र में माइक ने प्रोफेशनल बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखा और पहले ही साल लगभग 15 बोट्स लड़े और सबमें जीते| 

1986 में टायसन ने ट्रेवर बेर्विक के साथ मैच खेला और जिसमें टायसन की जीत हुई और टायसन दुनिया के यंगेस्ट हेअविवाइट चैंपियन बन गए और जब टायसन ने ये मुकाम हासिल किया उस समय उनकी उम्र 20 साल की थी | 

टायसन ने रॉबिन गिवेंस से शादी कर ली| रोबिन टायसन के अकाउंट चेक करती और उसके करियर में दखल देती| 1988 में माइकल स्पिंस के साथ हुए मुकाबले में टायसन को 23 मिलियन डॉलर मिले तो रोबिन उन पैसों को हथ्याने चाहती थी और उसने टायसन को मानसिक रोगी भी बताया और बताया के टायसन उसके साथ मारपीट भी करता है,तो एक साल के अंदर ही दोनों का तलाक हो गया |

टायसन की जीत का सिलसिला ज्यादा देर नहीं चला और 1990 को जापान में बस्टर डगलस ने टायसन को हरा दिया, मैच के आठवें दौर में टायसन ने बस्टर को गिरा दिया पर दसवें दौर में बस्टर ने फिर से टायसन को हरा कर रिंग से बाहर कर दिया|

टायसन के पास बहुत सारा पैसा था और शोहरत थी| 1991 में टायसन की मुलाकात देसरी वाशिंगटन से हुई जो मिस ब्लैक अमेरिकन प्रतियोगी  थी|  

एक बार टायसन देसरी के साथ एक होटल में चले गए और वहां 3 दिन तक रहे| जब वो वापिस आये तो उनके ऊपर बलात्कार और योन उत्पीड़न के केस फाइल हुए| 

टायसन ने अदालत में खुद को बेगुनाह साबित करने की बहुत कोशिश की पर असफल रहे और अदालत ने उन्हें 6 साल की सज़ा सुनाई|

जेल में रहते ही टायसन ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया और अपना नाम बदल कर मलिक अब्दुल अजीज रख लिया| जेल में उनके अच्छे व्यवहार को देखते हुए उन्हें 3 साल के अंदर ही रिहा कर दिया |

माइक ने मालिक बनकर की वापसी

जेल से बाहर आने के बाद 1995 में फिर से टायसन ने बॉक्सिंग में वापसी की और कड़ी मेहनत से एक बार फिर वर्ल्ड हेअविवाइट का ख़िताब हासिल किया| 1997 में टायसन का मुकाबला हुआ होलीफील्ड के साथ और इस मैच को दुनिया भर में  लगभग 2 मिलियन से ज्यादा घरों ने लाइव देखा|

इस मैच में टायसन होलीफील्ड से कमज़ोर पड़ गए जिसकी वजह से टायसन ने कुछ ऐसा कर दिया जिसे देख कर सब हैरान रह गए| टायसन ने होलीफील्ड के एक कान को काट दिया|

इस मैच के बाद टायसन का बॉक्सिंग का लाइसेंस बंद कर दिया और 3 मिलियन डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया|

इसके बाद टायसन 2004 में डैनी विलियम्स  से और 2005 में केविन मैकब्राइड से हर गए और इसके बाद टायसन ने बॉक्सिंग से रिटायर होने की घोषणा की|

बॉक्सिंग के इलावा और भी बहुत कुछ

टायसन ने बॉक्सिंग के इलावा फिल्मों में भी काम किया है| टायसन ने द हैंगओवर, फालेन चैम्प, ओने नाइट ऑफ़ वेगास,द मैन इनसाइड जैसी फिल्मों में काम किया|

इसके अलावा तेन ने कई किताबें भी लिखी जिसमे Undisputed Truth: My Autobiography पहली किताब थी और ये बेस्ट सेलर बनी | इसके बाद 2017 में Iron Ambition नाम की किताब आयी| 

2022 में टायसन बॉलीवुड में भी अपना कदम रखने जा रहे हैं| भारतीय फिल्म निर्देशक पुरी जगन्नाथ की फिल्म लाइगर में वो नज़र आएंगे|

उम्मीद करते हैं के आप माइक टायसन के बारे में और अधिक जान पाए होंगे| उन्होंने अपने जीवन में बहुत कुछ देखा है और सहा है और बहुत कठिन हालातों से गुजरते हुए यहां तक पहुंचे हैं | एक समय ऐसा भी था जब ये जेल में थे तो इनके पिता जी की मृत्यु हो गयी थी तो ये पिता जी के अंतिम संस्कार पर भी शामिल नहीं हो पाए थे|

आज भी बॉक्सिंग की दुनिया में टायसन की मिसाल दी जाती है| 

अब देखते हैं के बॉलीवुड फिल्म में टायसन क्या कमाल कर पाते हैं|

Rahul Sharma

हमारा नाम है राहुल,अपने सुना ही होगा। रहने वाले हैं पटियाला के। नाजायज़ व्हट्सऐप्प शेयर करने की उम्र में, कलम और कीबोर्ड से खेल रहे हैं। लिखने पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है, शौक़ सिर्फ़ कलाकारी का रहा है, जिसे हम समय-समय पर व्यंग्य, आर्टिकल, बायोग्राफीज़ इत्यादि के ज़रिए पूरा कर लेते हैं | हमारी प्रेरणा आरक्षित नहीं है। कोई भी सजीव निर्जीव हमें प्रेरित कर सकती है। जीवन में यही सुख है के दिमाग काबू में है और साँसे चल रही है, बाकी आज कल का ज़माना तो पता ही है |

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