महारानी विक्टोरिया की जीवनी Queen Victoria History in Hindi

Queen Victoria History in Hindi – England की महारानी Queen Elizabeth के गुजरने के बाद उनके जीवन से जुड़े कई रोचक किस्से आपने सुने होंगे.

लेकिन क्या आपको पता है Queen Elizabeth की दादी और England की पहली महारानी Queen Victoria के चर्चे भी Elizabeth से कम नहीं थे.

Queen Victoria,  Elizabeth के बाद दुनिया के किसी भी देश पर पर सबसे लम्बे समय शासन करने वाली दूसरी Monarch थी.

उनके समय में ही Britain में बड़े political, industrial, scientific और military reformations हुए थे.

और तो और उनके शासन काल में ही Britain का राज पूरी दुनिया में फैला. ये वही समय था जब Britain एक महाशक्ति थी.

Queen Victoria के शासनकाल को Victorian Era कहा जाता है.

तो चलिए पलटते हैं इतिहास के पन्नों को और आपको बताते हैं Queen Victoria के जीवन की कहानी |

महारानी विक्टोरिया की जीवनी Biography of Queen Victoria in Hindi

Queen Victoria History in Hindi

Queen Victoria का पूरा नाम Alexandrina Victoria था और उनका जन्म 24 मई 1819 को England में London के Kensington Palace में हुआ था.

लेकिन queen Victoria के रानी बनने की कहानी इतनी सीधी और सरल भी नहीं थी कि राजा की बेटी के तौर पर पैदा हुई और आगे चल कर रानी बन गयी.

1817 में prince Regent जिन्हें बाद में George Fourth कहा गया उनकी बेटी princess Charlotte जो कि आगे चल कर Britain की राज गद्दी संभालने वाली थी उनकी मौत हो गयी.

और अब George Third के 15 बच्चों में किसी की भी कोई जीवित संतान नहीं बची थी.

लेकिन किसी को तो राजा बनाना ही था. इसलिए उत्तराधिकारी पैदा करने के लिए उनके तीन बेटों dukes of Clarence, Kent, and Cambridge की शादी की गयी.

जिसके बाद सबसे पहले पिता बने Duke of Kent यानी Edward, Victoria के पिता. Victoria के जन्म के बाद उनके पिता राजा बने और Victoria बनी princess of Kent.

Victoria के जन्म के 8 महीने बाद उनके पिता की भी मौत हो गयी.

हालांकि उनके चाचा के भी बेटे थे लेकिन क्योंकि उनके बच्चों की बचपन में ही मौत हो गयी. और क्यों कि अब क्रम में कोई लड़का नहीं था इसलिए अब Victoria ताज की इकलौती हकदार बची थी और उनका रानी बनना तय था.

लेकिन इतनी छोटी बच्ची को तो देश की कमान नहीं दी जा सकती थी. इसलिए उनके 18 साल के होने तक का इंतज़ार हुआ.

और जब Victoria 1837 में 18 साल की हुई तो तो उनकी ताजपोशी के साथ ही इतिहास रच गया. पहली बार Britain की कमान किसी महिला को दी गयी.

63 सालों तक किया ब्रिटेन पर राज

इसके आगे की कहानी तो हम सब जानते हैं कि पहले queen Victoria ने सबसे लम्बे समय लगभग 63 सालों तक Britain पर राज किया  और उसके बाद उनका ये record उन्हीं की पोती Elizabeth द्वितीय ने तोड़ा.

कुल मिलाकार एक लम्बे समय तक Britain पर महिलाओं का ही राज चला.

Victoria की ताजपोशी भले ही 18 साल की उम्र में हुई हो लेकिन राज काज चलाने की सीख उन्हें 10 साल की उम्र से ही दी जाने लगी थी. और इसमें उनकी मदद उनके मामा Leopold ने की.

लेकिन ऐसा भी नहीं था कि हर कोई Victoria का well wisher ही था.  उनकी माँ Duchess of Kent के सलाहकार Sir John Conroy ने Victoria को बचपन से ही परेशान करना शुरू कर दिया था.

वो चाहता था कि Britain की भावी रानी पर वो अपना दबाव बनाकर रख सके. दुखद ये था कि इस सबमें उनकी माँ भी शामिल थी.  और इस वजह से उनकी माँ से उनके रिश्ते भी खराब हुए.

हालांकि इन सब घटनाओं ने Victoria को emotionally काफी strong किया. और जब उन्होंने राज संभाला तो राज काज से related कामों में वो किसी का interfere बर्दाश्त नहीं करती थी. वो जल्दी किसी पर भरोसा भी नहीं करती थी.

जैसा कि मैंने आपको बताया कि Victoria England की पहली रानी थी. पहली बार महिला के हाथ में देश की कमान जा रही थी.

ये बात उस समय वहाँ के सभी लोगों को रास नहीं आई. Hanover में इस बात का विरोध हुआ और Hanover और britain अलग हो गए. 

Victoria ने गद्दी संभालने के साथ ही buckingham palace में shift होते ही अपनी माँ को दूर shift करवा दिया. Conroy को भी pension दे दी गयी.

महारानी विक्टोरिया की शादी

1939 में वो पहली बार अपने cousin Albert से मिली जो आगे चल कर उनके पति बने.

रानी Albert के बारे में अपनी Diary में लिखती है कि “वो दिखने में काफी अच्छा और Handsome था. और उनका दिल उसकी ओर खिंचा चला गया.”  उन्होंने अपने मामा Leopold जो बचपन से रानी के father figure भी रहे थे उनकी सलाह पर Albert को propose किया.

Finally 10 फरवरी 1940 को Queen Victoria और Albert की शादी हो गयी. रानी के wedding dress से लेकर jewellery तक सब कुछ Britain में बने सामान से ही बना था.

अब क्योंकि रानी को राज्य की गतिविधियों में किसी की भी  दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं थी इसलिए उन्होंने साफ हिदायत दे दी थी कि उनके पति का देश की सरकार में कोई हिस्सा नहीं था.

लेकिन 6 महीने बाद ही उन्हें melbourne के सुझावों के dispatch देखने और रानी और ministers की मंत्रणा के समय वहाँ रहने की permission मिल गयी.

और इसके बाद जब रानी पहली बार माँ बनने वाली थी तो Albert को secret box की चाबियाँ भी मिल गयी |

महारानी विक्टोरिया के कितने बच्चे थे?

दोस्तों Albert और Victoria के कुल 9 बच्चे थे. जो कि उनकी शादी के 11 साल के अंतराल में ही हुए थे.

और इसलिए इस समय में धीरे धीरे राज के कामों के लिए रानी Albert पर निर्भर होती चली गयी.

Royal affair observer Charles Greville ने तो यहाँ तक लिखा कि “एक समय में अपने राज काज के लिए बहुत ज्यादा dedicated रही रानी ने ये मानना शुरू कर दिया था कि हम औरतें राज्य संभालने के लिए नहीं बनी. 1845 आते आते रानी सिर्फ नाम की रानी रह गयी थी लेकिन अधिकारों से तो Albert ही राजा थे” 

लेकिन कहते हैं ना किस्मत का लिखा कोई नहीं मिटा सकता. शायद Victoria, Queen Victoria बनने के लिए ही पैदा हुई थी. शायद वो इसे अपनी खराब किस्मत मानती रही होंगी. क्योंकि इसके लिए उन्हें अपने पति को खोना पड़ा.

उनकी शादी महज 11 साल ही चली इसके बाद 1961 Albert की मौत हो गयी.

लेकिन Albert को लेकर जो Charm रानी के मन में शुरू में था वो आखिर तक बरकरार रहा.

लगातार pregnancy और उसके बाद होने वाले चिढ़चिढ़ेपन और depression के बाद उनके uncontrollable temper के बावजूद उनकी शादी अच्छी चली.

पति Albert की मौत के बाद रानी टूट गयी थी उन्होंने खुद को राज्य के कामों से अलग कर लिया. जिसके लिए उनकी आलोचना भी हुई. हालांकि उन्होंने खुद को संभाला और फिर से राज्य का कार्यभार संभाला.

महारानी विक्टोरिया के प्रेम सम्बन्ध

हालांकि महारानी को संभालने में जॉन ब्राउन का काफी बड़ा role माना जाता है. जब रानी को जॉन ब्राउन से प्यार हुआ और बात बाहर गयी तो लोगों को लगा रानी को किसी राजा से प्यार हुआ होगा लेकिन असल में ब्राउन एक नौकर था.

दुनिया के जाने-माने इतिहासकार एएन विल्‍सन ने दावा किया है कि महारानी विक्‍टोरिया और जॉन ब्राउन एक साथ सो जाते थे, लेकिन उनके बीच कभी शारीरिक संबंध नहीं रहे. रानी का एक महल भी था जहाँ वो brown के साथ वक्त बिताने जाया करती थी.

असल में विवाद उस वक्‍त शुरु हुआ जब रॉयल family के एक मंत्री ने मरते वक्‍त बताया था कि विक्‍टोरिया और ब्राउन ने क्रेथी चर्च में शादी कर ली थी। ब्राउन, महारानी विक्‍टोरिया से 7 साल छोटा था।

लेकिन कुछ समय बाद brown की भी मौत हो गयी और रानी फिर अकेली पड़ गयी.  अब रानी का सहारा बना भारत से गया एक नौकर अब्दुल करीम.

रानी और अब्दुल के रिश्ते की कहानी भी काफी रोचक है. कहीं ये रिश्ता माँ बेटे का बताया जाता है तो कुछ लोग इसे का मोहब्बत नाम भी देते हैं.

जरूर पढ़ें: महारानी विक्टोरिया और अब्दुल करीम के रिश्ते की कहानी

महारानी को Empress of India की उपाधि भी दी गयी. भारत में भी रानी काफी पसंद की जाती थी और इसका उदाहरण है Victoria memorial.

महारानी को नहीं पसंद थे बच्चे

दोस्तों रानी के राज काज और उनके पति और उनके वैवाहिक जीवन से जुड़े किस्से तो कई जगह मिल जाते हैं लेकिन क्या आपको ये पता है एक माँ के तौर पर Victoria कैसी थी.

वो दुनिया की बाकी माँओं से बिल्कुल अलग थी. इसलिए नहीं कि वो महारानी थी बल्कि इसलिए क्योंकि वो बच्चों को पसंद नहीं करती थी.

इसके पीछे की वजह उनकी लगातार pregnancy को भी माना जा सकता है. ये भी कहा जाता है कि Queen Victoria अपने पति के साथ घूमना चाहती थी समय बिताना चाहती थी पर pregnancy की वजह से वो ऐसा न कर सकी और यही बच्चों को लेकर उनकी चिढ़ की वजह बने.

रानी ने खुद भी ये बात स्वीकार की, कि उन्हें new born बच्चे नहीं पसंद. उन्हें बच्चे थोड़े बड़े हो जाने पर ही पसंद आते हैं.

इतना ही नहीं रानी अपने बच्चों की personal life में बहुत ज्यादा हस्तक्षेप किया करती थी.

Royal families में सब के अपने personal doctors होते हैं. और वो अपनी बहू के doctor से उनकी health report भी लिया करती थी.

इसके अलावा वो अपने बच्चों की जासूसी भी करवाया करती थी.

यहाँ तक कि आगे चलकर उन्हें pregnancy में दिक्कत ना हो इसलिए उन्होंने अपनी बहू के घुड़सवारी करने पर भी रोक लगा थी. जब कि वो उसका favourite शौक था.

रानी विक्टोरिया की मृत्यु कब हुई

दोस्तों इतना ही नहीं अपनी रोक टोक के अलावा, महारानी को एक बीमारी के फैलने का भी जिम्मेदार माना जाता है | इस बीमारी को royal disease भी कहा गया.

दरअसल, महारानी विक्टोरिया हीमोफीलिया की शिकार थीं. वो इस बीमारी की पहली शिकार थी.

हीमोफीलिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर से बाहर बहुत खून जमता नहीं है.

जब तक इस बीमारी का पता चला ये बीमारी royal family के बाकी members में भी फैल गयी. क्योंकि रानी के कई बच्चे थे और वो सब भी अलग अलग राज परिवारों में विवाहित थे इसलिए उन राजपरिवारों में भी ये बीमारी फैल गयी | इसलिए महारानी को हिमोफिलिया नाम की इस बीमारी का वाहक माना जाता है |

अब तो आप समझ ही गए होंगे कि इस बीमारी को Royal disease क्यों कहा गया.

ये एक genetic बीमारी है और कई देश इस बीमारी से पीड़ित है.

इसके बाद 22 जनवरी 1901 को Haemorrhagic stroke की वजह से 81 साल की उम्र में उनकी मौत हो गयी.

उन्होंने 63 साल 7 महीने तक शासन किया. और उस समय Britain पर सबसे लम्बे समय तक राज करने वाली रानी बनी. जो कि बाद में उनकी पोती एलिज़ाबेथ द्वितीय ने तोड़ा जो 70 साल तक रानी रही.

रानी विक्टोरिया भारत कब आई थी?

रानी विक्टोरिया कभी भारत नहीं आई |

महारानी विक्टोरिया किस रोग की वाहक है?

महारानी विक्टोरिया हीमोफीलिया नामक रोग की वाहक है |

महारानी विक्टोरिया को भारत की साम्राज्ञी कब घोषित की गई?

साल 1877 में उन्हें भारत की साम्राज्ञी घोषित किया गया |

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Shubham

नमस्ते! मेरा नाम शुभम जैन है। मैं मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में रहता हूं और मैंने Physics में M. Sc. की है। मुझे साइंस से जुड़े फैक्ट्स, महान लोगों की जीवनियां और इतिहास से जुड़ी घटनाओं के बारे में लिखने का अनुभव है |

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