रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह

रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं , नाम है शहंशाह

देश का बच्चा बच्चा इस डायलॉग को जनता है , कोई भी टीवी शो हो या कॉमेडी शो हो और उसमे ये डायलॉग न हो ये हो नहीं सकता , जब भी कोई कलाकार अदाकारों की नक़ल करता है तो ये डायलॉग जरूर बोलता है , क्योकि इस डायलॉग को बोलै है फ़िल्मी जगत पर राज करने वाले , बॉलीवुड के शहंशाह जिन्हे यंग एंग्री मैन भी कहा जाता है , श्री अमिताभ बच्चन  जी ने |

बच्चन जी करोड़ों दिलों में राज करते हैं, सिर्फ उनके दौर के व्यक्ति ही नहीं बल्कि आज के युवा, बच्चे बूढ़े सब इन्हे बहुत पसंद करते हैं | आज भी ये उतने ही ज्यादा चुस्त दुरुस्त और हैंडसम लगते हैं जितने आज से 40 साल पहले लगते थे |

श्री अमिताभ जी लगभग पिछले 50 सालों से फ़िल्मी जगत और हमारे दिलों पर राज कर रहे हैं और लोगों के दिलों में उनके प्रति प्यार और सत्कार समय के साथ साथ बढ़ा है और हमेशा बढ़ता रहेगा |  आज ये बॉलीवुड के सबसे सीनियर एक्टर हैं और बड़े से बड़ा अभिनेता इनके साथ काम करना चाहता है | इन्हे बिग बी के नाम से भी जाना जाता है |

आज यानी 11 अक्टूबर को श्री अमिताभ जी का जन्मदिन है , तो उनके जन्मदिन पर हम आपके लिए लेकर आये हैं  अमिताभ जी के बारे में कुछ रोचक जानकारी | 

अमिताभ बच्चन का जन्मदिन Amitabh Bachchan Birthday

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बिग बी का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तरप्रदेश के इलाहबाद  में हुआ | आपके पिता जी का नाम श्री हरिवंश राय बच्चन था ( श्री हरिवंश राय जी के बारे में यहां पढ़े ) और आपकी माता जी का नाम तेजी बच्चन था | हरिवंश जी पेशे से कवि थे  और इनकी माता जी एक घरेलू महिला थी |

बिग बी का नाम पहले इंकलाब था , ये नाम इन्हे श्री हरिवंश राय जी ने दिया था, अमिताभ जी के चेहरे पर एक तेज़ था इसी तेज़ को देखकर ही इनका नाम इंकलाब रखा परन्तु हरिवंश जी की एक साथी कवयित्री सुमित्रानंदन पंथ ने इंकलाब का नाम बदल कर अमिताभ कर दिया, ये नाम सुमित्राणसंदन जी को बहुत पसंद था |

पहले अमिताभ जी का सिरनाम श्रीवास्तव था जो बाद में बदल कर बच्चन कर दिया | अमिताभ जी का एक छोटा भाई भी है जिनका नाम अभिजात बच्चन है |

पिता जी के कवि होने से घर में ज्ञान का माहौल बना रहता था , पिता जी ने इनकी पढ़ाई पर बहुत ध्यान दिया , बिग बी ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा इलाहबाद के ही ज्ञान प्रबोधिनी बॉयज़ हाई स्कूल से प्राप्त की और इसके बाद वो हाईस्कूल की शिक्षा के लिए शेरवुड कॉलेज चले गए जो नैनीताल में था |  इसके बाद इन्होने बेचोलेर और साइंस एंड आर्ट्स की डिग्री किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली से हासिल की | पढ़ाई में इनकी बचपन से ही रूचि थी | 

अमिताभ बच्चन की फिल्में

हम सब जानते हैं के आज अमिताभ जी किस मुकाम पर हैं , वहां तक न कोई पहुंच पाया हाई न पहुंच सकेगा , परन्तु उनका यह सफर आसान नहीं था , उन्होंने बहुत मेहनत करके ही ये मंज़िल हासिल की हैं | शुरुआत में वो नौकरी की तलाश में कलकत्ता चले गए और वहां इन्होने 7 साल काम किया पर एक ही जगह इतने साल काम करने के बाद इन्होने मुंबई का रुख किया और ये मुंबई आ गए |   

मुंबई में इन्हे काम तलाशने में बहुत मेहनत करनी पड़ी , कई बार ये रेडियो में काम के लिए गए परन्तु इनकी आवाज़ के भारी होने की वजह से इन्हे रेडियो में काम नहीं मिल स्का , फिर इन्होने फिल्मों में काम करने का  फैसला किया और सबसे पहले भुवन  शोम नाम की एक फिल्म में मौका मिला , इस फिल्म में इन्होने अपनी आवाज़ दी , ये फिल्म दर्शकों  को खूब पसंद आई और इसके बाद इन्हे सात हिंदुस्तानी  नाम की फिल्म का ऑफर आया और इन्होने वो फिल्म करने का ऑफर स्वीकार कर लिया |

शुरुआती समय में इन्हे कुछ  ज्यादा सफलता  नहीं मिली  , काम के लिए इन्हे फिल्म प्रोडूसर्स  और डिरेक्टर  के घर जाना पड़ता  था काम मांगने के लिए | पर एक दिन अचानक फिल्म निर्देशक प्रकाश  महरा ने इन्हे अपनी फिल्म ज़ंजीर में काम करने का ऑफर दिया   और अमिताभ जी ने वो ऑफर स्वीकार कर लिया , इस फिल्म में वो एक पुलिसवाले बने थे , बस यही वो फिल्म थी जिसके बदौलत आज अमिताभ जी को हम सब लोग इतना पसंद करते हैं , इस फिल्म में  उनकी अदाकारी देखकर सब लोग दंग रह गए और उनके द्वारा निभाए पुलिसवाले के किरदार की वजह से उन्हें एंग्री यंग मैन का नाम दिया गया | इस फिल्म के बाद उनका फ़िल्मी सफर शुरू हो गया | 

इसके बाद इनके पास फिल्मों की लाइने लग गयी , बड़े से बड़ा निर्माता निर्देशक इनके सतह काम करना चाहता था  अपने पुरे फ़िल्मी करियर में बिग बी ने लगभग 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और न जाने  कितने  ही अलग  अलग किरदार निभाए जो आज भी लोगों को याद   हैं | अपने  हर  किरदार में इन्होने अपनी अदाकारी से जो चार  चाँद लगाएं हैं और एक मंझे  हुए  एक्टर का सबूत  दिया हैं , यही कारण  हैं के आज इन्हे बॉलीवुड का पिता मन जाता हैं | 

फिल्म ज़ंजीर से शुरू हुआ सफर आज तक चल रहा हैं , अमिताभ जी ने कितनी ही बेमिसाल फिल्मे हमे दी हैं जिनमे से कुछ इस प्रकार हैं :

  • आनंद
  • शोले
  • अग्निपथ
  • शराबी
  • खुदा गवाह 
  • मोहब्बतें 
  • पा 
  • सरकार
  • पिंक 

और ये लिस्ट चलती ही जाएगी |

इसके इलावा अमिताभ जी ने टीवी में भी काम किया हैं  | अमिताभ जी के जीवन में एक समय ऐसा भी आया जब इनकी फिल्मों ने काम करना बंद कर दिया था , लोगों ने इनकी फिल्मों को देखना बंद कर दिया जिसकी वजह से इनकी कितनी ही फ़िल्में लगातार फ्लॉप हो गयी जिनमे से कुछ के नाम इस प्रकार हैं , : लाल बादशाह , हिंदुस्तान की कसम , कोहराम , इन फिल्मों के फ्लॉप हो जाने से अमिताभ जी के करियर पर बहुत असर पड़ा, तो 2000 के आस पास इन्हे एक टीवी शो होस्ट करने का ऑफर आया , अपने डूबते करियर को बचाने के लिए अमिताभ जी ने ये ऑफर स्वीकार कर लिया और आज वो टीवी शो ,सबसे ज्यादा चर्चित टीवी शो बन गया हैं जिसका नाम हैं कौन बनेगा करोड़पति |

फिल्मों और टीवी के साथ साथ अमिताभ जी राजनीती में भी सक्रिय रहे हैं | फिल्म कुली की शूटिंग के समय एक हादसे के दौरान इनके पेट में चोट लग गयी , और उस चोट की वजह से इन्होने कुछ समय आराम करने की सोची और इसी समय 1984 के आस पास इन्हे संसद की एक सीट के लिए चुना गया , पर 1987 में एक विवाद के चलते अमिताभ जी को वो सीट छोड़नी पड़ी | 

अमिताभ बच्चन से जुड़े विवाद

जैसे के हम पहले ही बता चुके हैं के बॉलीवुड और विवाद , दोनों का आपस में एक गहरा रिश्ता हैं , कोई भी कलाकार विवादों से बच नहीं पाया हैं तो अमिताभ जी भी समय समय पर कई तरह के विवादों से घिरते आये हैं | 1986 में बोफोर्स तोप खरीदने के लिए स्वीडन देश की एक सम्पन्य से सौदा हुआ , सौदा करवाने वाले कुछ लोगों को सौदे के बदले कमिशन दी गयी और इस सबके बीच अमिताभ जी का नाम भी आ गया , इस मुद्दे की जाँच लन्दन सर्कार ने की , हालाँकि बाद में अमिताभ जी को निर्दोष पाया गया  और जिस अख़बार ने इनका नाम छपा था उसने माफ़ी भी मांगी | 

इसके बाद 1993 में पनामा पेपर्स लीक हुए (पैंडोरा पेपर्स लीक के बारे में यहां पढ़े)  जिसमे अमिताभ जी को कई विदेशी कंपनियों का डायरेक्टर बताया गया , ये मुद्दा अभी भी चल रहा हैं | 

अमिताभ जी ने 1995 में अमिताभ बच्चन कारपोरेशन लिमिटेड नाम की एक कम्पनी बनाई , पर ये कम्पनी जल्दी ही धोब गयी , निवेशकों का पैसा डूब गया और कम्पनी दिवालिया साबित हो गयी , यहां तक की मज़दूरों तक को पैसे नहीं मिले जिसकी वजह से भी अमिताभ जी विवादों में रहे |

फिल्म अजनबी  की शूटिंग के समय अमिताभ जी की मुलाकात  रेखा जी से हुई और ये मुलाकात , मुलाकातों  का सिलसिला  बन गयी और मीडिया  में इनके रिश्ते की खबरें  हर रोज़  आने लगी , मीडिया ने तो यहां तक कह  दिया था के इन दोनों एक्टर्स  ने शादी कर ली हैं , फिर अमिताभ जी की शादी जया जी से हो गयी और इन्होने रेखा जी के साथ रिश्ता खत्म  कर लिया | 

और आज भी , बेशक  अमिताभ जी की शादी  जया जी से हो गयी हैं और ये अपनी ज़िंदगी  में खुश  हैं ,फिर भी आज भी लोग रेखा  जी और अमिताभ जी के रिश्तों  की खबरें कहीं  न कहीं से निकल  लाते  हैं | 

अमिताभ बच्चन की शादी

1973 में अमिताभ जी की शादी जया बच्चन जी से हुई और इनके 2 बच्चे हुए , अभिषेक बच्चन और श्वेता बच्चन | अभिषेक बच्चन फिल्मों के और टीवी के एक जाने माने एक्टर हैं परन्तु इनकी बेटी श्वेता   फ़िल्मी चकाचोंध से दूर हैं | 

अमिताभ जी के बेटे , अभिषेक की शादी , पूर्व विश्व सुंदरी और एक जनि पहचानी फ़िल्मी एक्टर ऐश्वर्या राय से हुई और इनकी एक बेटी हैं जिसका नाम आराध्य बच्चन  हैं | 

ब्रांड एम्बेसडर :

बड़े से बड़ा ब्रांड अमिताभ जी के साथ मिल कर काम करना चाहता हैं , अमिताभ जी कितने ही बड़े बड़े ब्रांड्स के अम्बेसडर हैं जिनमे से कुछ तो सरकारी योजनाएं भी हैं , अमिताभ जी निम्नलिखित ब्रांड्स और योजनाओं के अम्बेसडर हैं :

  • गुजरात टूरिज़्म 
  • पल्स पोलियो 
  • जस्ट डायल 
  • कड़बेरी चॉकलेट 
  • मारुती सुजुकी कार
  • नवरत्न तेल इत्यादि | 

पुरस्कार :

अमिताभ जी को अनगिनित पुरुस्कार तथा अवार्ड्स से सन्मानित किया गया हैं , इन्हे  5 बार नेशनल फिल्म अवार्ड , 15 बार फिल्म फेयर  अवार्ड , 11 बार स्क्रीन अवार्ड , 12 बार स्टारडस्ट  अवार्ड ,  16 बार इंटरनेशनल अवार्ड , 7 बार इन्डिन टेलीविज़न  अकादेमी अवार्ड ,  और अन्य तरह के अनगिनित अवार्ड मिल चुके हैं | अमिताभ जी को इनके इलावा 1984 में पद्मश्री , 2001 में पद्मभूषण , और 2015 में पद्मविभूषण पुरुस्कारों से सम्मानित किया गया |

अमिताभ बच्चन से जुड़े फैक्ट्स Facts About Amitabh Bachchan

  • अमिताभ जी समय के बहुत पाबंद हैं , अक्सर वो शूटिंग पर समय से पहले ही पहुंच जाते हैं और अपने सह अदाकारों को भी यही सीख देते हैं |
  • अमिताभ जी दोनों हाथों से लिख सकते हैं , इनका सपना इंजीनियर बनना था या एयरफोर्स में जाना | 
  • जब अमिताभ जी फिल्म खुदा गवाह  फिल्म की शूटिंग के लिए अफगानिस्तान गए तो कहा जाता हैं के वहां की आधी फाॅर्स केवल बिग बी की सुरक्षा   के लिए लगाई गई थी | 
  • अमिताभ का भगवान में बहुत भरोसा हैं |  ये हर धर्म की इज़्ज़त करते हैं |  ये अपने चाहने वालों की भी बहुत कदर करते हैं इसी लिए ये हर रविवार अपने बंगले कर बाहर खड़े होकर अपने फैंस से मिलते हैं | 
  • इतनी उम्र हो जाने पर भी अमिताभ जी की यद् शक्ति बहुत तेज़ हैं , ये अपने दोस्तों के जन्मदिन या और खास दिन कभी नहीं भूलते |
  • सरकारी योजनाएं जैसे गुजरात टूरिज़्म और पल्स पोलियो के लिए अमिताभ जी ने कोई भी फीस नहीं ली थी | 
  • अमिताभ जी अपनी लुक्स पर बहुत ध्यान  देते हैं ,  फिल्मों में निभाए जाने वाले किरदार के लिए ये पूरी रिसर्च करते हैं और अगर जरूरत पड़े तो घंटों तक मेक अप भी करवाते हैं | ये अपने काम के प्रति बहुत समर्पित हैं |
  • स्वाभाव में सहज होने की वजह से आज बॉलीवुड का शायद कोई ही व्यक्ति होगा जो इन्हे अपना आइडल न मानता हो |  ये अपने सह अदाकारों द्वारा किया  अच्छे काम  की तारीफ करते हैं और जरूरत पड़ने पर उन्हें सिखाते भी हैं | 
  • बिग बी को लिखने का बहुत शोंक हैं , इस लिए इनके पास पेन्स का एक बड़ा कलेक्शन  हैं |

आज बिग बी का जन्मदिन हैं , बिग बी ने कितने ही सालों तक हम सबका  मनोरंजन  किया हैं , और आज भी निरंतर इसी काम में लगे हुए हैं | उनके द्वारा निभाए किरदार आज भी हमारे दिलों में छाये हुए हैं , बेशक वो शोले फिल्म का जय हो या पा फिल्म का पा , उनके द्वारा निभाए करदार हमेशा करोड़ों कलाकारों का मार्गदर्शन करते रहेगें | 

लोग आज भी इन्हे देखकर ही एक्टिंग  सीखते हैं |  और ऐसा हमेशा होता रहेगा | अमिताभ जी सच में बॉलीवुड के पिता हैं , और आज हम इनके जन्मदिन पर इन्हे ढेर सारी बधाई देते हैं , हमेशा  स्वस्थ रहे , और चुस्त दुरुस्त रहें , तांकि हम आने वाले सैंकड़ों सालों तक इन्हे ऐसे ही बड़े पर्दे पर देखते रहे |

Rahul Sharma

हमारा नाम है राहुल,अपने सुना ही होगा। रहने वाले हैं पटियाला के। नाजायज़ व्हट्सऐप्प शेयर करने की उम्र में, कलम और कीबोर्ड से खेल रहे हैं। लिखने पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है, शौक़ सिर्फ़ कलाकारी का रहा है, जिसे हम समय-समय पर व्यंग्य, आर्टिकल, बायोग्राफीज़ इत्यादि के ज़रिए पूरा कर लेते हैं | हमारी प्रेरणा आरक्षित नहीं है। कोई भी सजीव निर्जीव हमें प्रेरित कर सकती है। जीवन में यही सुख है के दिमाग काबू में है और साँसे चल रही है, बाकी आज कल का ज़माना तो पता ही है |

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